नई दिल्ली। लोक सभा में सरकार और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध को तोड़ने के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक बेनतीजा रही। हालांकि लोक सभा में सभी दलों के फ्लोर लीडर्स की बुलाई गई इस बैठक में बसपा और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने अन्य विपक्षी दलों से अलग हटकर स्टैंड लिया।
लोक सभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई फ्लोर लीडर्स की बैठक में मणिपुर पर संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने पर कोई सहमति नहीं बन पाई। विपक्षी राजनीतिक दल अभी भी मणिपुर पर पीएम के बयान पर अड़े हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, फ्लोर लीडर्स की बैठक में कई विपक्षी दलों ने इस पर भी आपत्ति जताई कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर पर संसद में बोलने की बजाए सदन के बाहर बयान क्यों दिया?
बैठक में सरकार की तरफ से एक बार फिर यह स्पष्ट किया गया कि सदन में मणिपुर पर चर्चा का जवाब गृह मंत्री अमित शाह ही देंगे। हालांकि फ्लोर लीडर्स की इस बैठक में बसपा और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने अन्य विपक्षी दलों से अलग हटकर स्टैंड लेते हुए कहा कि मणिपुर पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और विपक्षी दलों को चर्चा का इस्तेमाल सरकार और प्रधानमंत्री मोदी को कटघरे में खड़ा करने के लिए करना चाहिए।
बिरला ने दोनों पक्षों से बैठक में गतिरोध समाप्त करने की अपील की।