नई दिल्ली- पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के भगोड़े अध्यक्ष अमृतपाल सिंह के बंदूकधारी तेजिंदर सिंह गिल उर्फ गोरखा बाबा के फोन से बरामद कई आपत्तिजनक वीडियो जारी किए हैं।
वीडियो में आनंदपुर खालसा फौज (एकेएफ) के सदस्यों को अमृतसर जिले में अमृतपाल के गांव जल्लुपुर खेड़ा में एक नदी के किनारे स्थापित फायरिंग रेंज में आग्नेयास्त्रों का उपयोग करना सीखते हुए दिखाया गया है।
शुक्रवार को खन्ना पुलिस द्वारा सार्वजनिक किए गए वीडियो से पता चलता है कि कैसे अमृतपाल भारत विरोधी ताकत बना रहा था और क्षेत्र के युवाओं को भड़का रहा था। एकेएफ संगठन के सदस्यों को भी बॉडी आर्मर पहने देखा गया।
पाकिस्तान समर्थित अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार है और उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक अभियान छेड़ रखा है।
इसी बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को कट्टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के एक सहयोगी के साथ कथित संबंधों के आरोप में एक दंपति को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि दंपति को जम्मू जिले के आर.एस. पुरा इलाके से हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा, अमरीक सिंह और उनकी पत्नी परमजीत कौर को हिरासत में लिया गया और पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया। उन्हें अमृतपाल सिंह के करीबी पापलप्रीत सिंह के साथ कथित संबंधों के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
आगे की जांच के लिए दंपति के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि मामले की जांच पंजाब पुलिस कर रही है और वे दंपति से पूछताछ करेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले किश्तवाड़ और रामबन जिलों के जिलाधिकारियों ने ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख और खालिस्तान समर्थक सिख नेता अमृतपाल सिंह के साथ आए दो अंगरक्षकों के शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिए थे।
दूसरी तरफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगी पपलप्रीत सिंह के नेपाल भागने की सूचना पर खुफिया तंत्र अलर्ट पर है। नेपाल भागने की आशंका को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा सोनौली पर अमृतपाल और पपलप्रीत के पोस्टर लगे हैं।
पंजाब से फरार चल रहे ’वारिस पंजाब दे’ के अमृतपाल सिंह की तलाश में भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है। सशस्त्र सीमा बल और पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है। भारत से नेपाल आने जाने वाले वाहनों और यात्रियों की सघन जांच की जा रही है।
वहीं होटलों, बस पार्क और सार्वजनिक स्थलों पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी है। बताया जा रहा है कि अमृतपाल 19 मार्च की रात को हरियाणा के शाहाबाद आया था और वहां से अपने सहयोगी पपलप्रीत के साथ फरार हो गया। अमृतपाल जब से फरार हुआ है, उसने न केवल हुलिया बदला, बल्कि वाहन भी बदल रहा है। इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह चौकन्ना हैं। सरहद के सभी नाकों पर जवान सतर्कता बरत रहे हैं।