मेरठ। भावनपुर थाना क्षेत्र में लूट की सूचना पर थाना प्रभारी से लेकर एसपी देहात तक दौड़ पड़े। वायरलेस पर बदमाशों को पकड़ने के लिए मेसेज जारी हो गया। तीन घंटे बाद जांच में सामने आया कि मेदपुर गांव के दो पशु व्यापारियों ने उधार की रकम देने से बचने के लिए लूट का फर्जी नाटक रच दिया। झूठी सूचना देने के मामले में पुलिस दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
भावनपुर थाना क्षेत्र के गांव मेदपुर निवासी पशु व्यापारी मोमिन ने पुलिस को सूचना दी कि वह गांव के आरिफ के साथ अपनी ससुराल लालकुर्ती के तोपखाना से दो लाख 90 हजार रुपये लेकर गांव जा रहे थे।
मेदपुर गांव से पहले आम के बाग के पास पहुंचे तो बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनको रोक लिया। कैश लूटकर फरार हो गए। लूट की सूचना पर एसपी देहात कमलेश बहादुर, सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला और भावनपुर थाना प्रभारी संजय कुमार द्विवेदी मौके पर पहुंचे। एक टीम बदमाशों की तलाश में भेजी गई। एसपी देहात कमलेश बहादुर ने दोनों युवकों से बात की तो उनके बयानों में अंतर मिला।
पुलिस ने दोनों से काफी देर तक पूछताछ की तो उनका झूठ सामने आ गया। उन्होंने बताया कि गांव के रहने वाले शानू से उन्होंने दो लाख 90 हजार रुपये उधार लिए थे। देनदारी से बचने के लिए उन्होंने लूट का नाटक रचा था।
उन्होंने योजना बनाई थी कि लूट की फर्जी कहानी गढ़ने के बाद शानू को पैसे नहीं देने पड़ेंगे। एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि दोनों ने कुबूल कर लिया है कि उन्होंने पुलिस को लूट की झूठी सूचना दी।