लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को लोक भवन में आयोजित कैबिनेट बैठक में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर अभिनंदन प्रस्ताव मंजूर कर सेना का अभिवादन किया और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही कई अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी मिली है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के सफलता पर कैबिनेट ने अभिनन्दन प्रस्ताव पास किया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में सीड पार्क स्थापित करने को मंजूरी मिली। यह सीड पार्क भारत रत्न पूर्व पीएम चौ.चरण सिंह के नाम पर होगा। यह पार्क लखनऊ में 130.63 एकड़ भूमि पर 251 करोड़ 70 लाख के व्यय से स्थापित होगा। मुज़फ्फरनगर में सिल्वरटन पेपर मिल में विस्तार को भी मंजूरी दे दी गई है।
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नगर विकास विभाग में जुड़े प्रस्तावों के बारे में मंत्री एके शर्मा ने बताया कि अमृत योजना अंतर्गत निकायों के निकाय अंश को घटाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई है। अमृत योजना एक में सात निकायों के 90 करोड़ धनराशि के निकाय अंश को माफ किये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली है। उत्तर प्रदेश दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति 2022 में संशोधन को मंजूरी दी गयी है। प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। नई दुग्ध प्रसंस्करण यूनिट स्थापना में पूंजीगत अनुदान 35 प्रतिशत किया जाएगा। मेसर्स आरसीसीपीएल रायबरेली को सब्सिडी में सुधार करने के प्रस्ताव को भी पास कर दिया गया है।
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इस दौरान जेके सीमेंट प्रयागराज 450.92 करोड़, मून बेवरेज लिमिटेड हापुड़ 469.61 करोड़, सिल्वर पल्प एंड पेपर मिल मुजफ्फरनगर 403.88 करोड़, ग्लोबल स्पिलट्स लिमिटेड लखीमपुर 399.74 करोड़, चांदपुर इंटरप्राइजेज 273.9 करोड़ को लाइन आफ क्रेडिट (एलओसी) दिए जाने को मंजूरी प्रदान की गयी है। ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम सभाओं के बैठकों आदि में होने वाले व्ययों के फंड को प्रोत्साहित करने की नीति को स्वीकृति मिली है।
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गुरुवार को लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। इसके साथ बैठक में कुल 10 प्रस्तावों को अनुमोदन प्राप्त हुआ। प्रस्ताव के विषय में जानकारी देते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि सरकार इन सीड पार्कों में निवेश करने वाले बीज व्यवसायियों को विभिन्न रियायतें प्रदान करेगी, ताकि निजी निवेश को बढ़ावा मिल सके। बीज उद्योगों को 30 वर्ष की लीज पर भूमि दी जाएगी, जिसे आवश्यकता अनुसार 90 वर्षों तक बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि एक सीड पार्क से लगभग 1200 लोगों को प्रत्यक्ष तथा 3000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। इसके साथ ही लगभग 40,000 बीज उत्पादक किसान इन पार्कों से सीधे तौर पर जुड़ेंगे। पूरे प्रदेश में पांच सीड पार्कों की स्थापना से 6000 प्रत्यक्ष एवं 15,000 अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर सृजित होंगे।
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योगी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में मांगलिक आयोजनों की सुविधा बढ़ाने के लिए ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में एक विवाह घर बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। मंत्रिपरिषद ने इसे पंचायत उत्सव भवन का नाम दिया है। प्रथम चरण में 71 ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में इन उत्सव भवनों का निर्माण कराया जाएगा, जिस पर 100 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान है। प्रत्येक उत्सव भवन पर 1.41 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। इसमें उत्तर प्रदेश मातृ भूमि यजना के अंतर्गत दानदाता द्वारा 60 प्रतिशत और राज्य सरकार द्वारा 40 प्रतिशत धनराशि दी जाएगी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित 7 सदस्यीय कमेटी द्वारा पंचायत उत्सव भवन की भूमि चिह्नित की जाएगी।
योगी सरकार ने नागरिक उड्डयन निदेशालय में संविदा पर कार्यरत तकनीकी व गैर-तकनीकी कार्मिकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए इन संविदा कर्मियों के पारिश्रमिक का पुनर्निर्धारण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय पायलट, विमानन अभियंता, क्वॉलिटी मैनेजर, अपर निदेशक (तकनीकी), प्रबंधक (परिचालन), चीफ ऑफ फ्लाइट सेफ्टी सहित अन्य पदों पर कार्यरत संविदा कर्मियों पर लागू होगा। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि जबसे सातवां वेतन आयोग लागू हुआ है, इन कर्मियों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में पायलट के स्लैब को 2.5-7 लाख से बढ़ाकर 5-10 लाख कर दिया गया है। को-पायलट का वर्तमान स्लैब 1.25 लाख से 6 लाख के स्थान पर 3 लाख से 7 लाख कर दिया गया है। वर्तमान में कार्यरत पायलटों के वेतन में 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इस पर 5 करोड़ 27 लाख रुपये का अतिरिक्त व्यय आएगा।