Sunday, May 19, 2024

मेरठ में शास्त्रीनगर जे ब्लाक की सड़क बनते ही पड़ने लगे गड्ढे, पार्षद और ठेकेदार ने झाडा पल्ला

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मेरठ। योगी सरकार के गड्ढा मुक्त सड़क अभियान को उनके पार्षद और जनप्रतिनिधियों के चहेते दम निकाल रहे हैं। शहर की पॉश कालोनी शास्त्रीनगर में ‘जे ब्लाक’ की मुख्य सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। सड़क बनाने के नाम पर जमकर बंदरबाट हुई। सड़क चौड़ीकरण के नाम पर घरों के बाहर लगे पेड़ों को काट दिया गया। सड़क बनी तो एक सप्ताह बाद ही उसमें फिर से गडढे पड़े लगे और वो जगह-जगह से टूटने लगी है। मतलब साफ है कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया।

बारीक गिट्टी और तारकोल की कार्पेट मिक्चर परत पतली :
जे ब्लाक और एच ब्लाक के बीचों बीच बनी इस सड़क के पास स्थ्रित पार्क में दशहरा मेला का आयोजन प्रत्येक साल होता है। इस बार दशहरा मेला आयोजन से पहले सड़क निर्माण कार्य शुरू किया गया था। दशहरे से एक दिन पहले सड़क पूरी तरह से बनकर तैयार हुई और तीसरे दिन से नवनिर्मित सड़क की तारकोल और बजरी बाहर निकलने लगी। इस बारे में स्थानीय लोगों ने पार्षद से भी शिकायत की लेकिन पार्षद ने सड़क पर दोबारा से गडढे भरवाने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया।

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सड़क पर बिछाई गई बारीक गिट्टी और तारकोल की कार्पेट मिक्चर परत बेहद पतली है। इसकी मोटाई 20 एमएम होनी चाहिए थी जबकि ठेकेदार ने कहीं पर 10, कहीं 15 तो कहीं 18 एमएम की परत बिछाई है। तारकोल भी अच्छी किस्म का उपयोग नहीं किया गया। यहीं कारण रहा कि बनने के कुछ दिन बाद ही सड़क उखड़नी शुरू हो चुकी है। निगम की अनदेखी के कारण ठेकेदार के काम की न तो जांच की गई और न कोई कार्रवाई हुई है। सड़क के किनारों पर गहराई अधिक होने के कारण कुछ जगहों पर यह मोटी जरूर नजर दिखाई देती है। लेकिन सड़क के बीच के हिस्सों पर सिर्फ हल्की परत ही बिछाई गई है। जो एक हफ्ते के भीतर ही उखड़ने लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो आने वाली बरसात में सड़क की हालत वैसी ही हो जाएगी जो कि दो साल पहले थी।

शास्त्रीनगर की मुख्य सड़क और आरटीओ रोड को जोड़ने का मार्ग:—

जे ब्लाक की ये मुख्य सड़क काफी व्यस्त रहती है। ये सड़क आरटीओ रोड और शास्त्रीनगर की मुख्य सड़क को जोड़ने का संपर्क मार्ग है। इस रोड़ पर भारी वाहनों की आवाजाही भी रहती है। लेकिन इसके बाद भी सड़क निर्माण में इन चीजों का ध्यान नहीं रखा गया। जिसका नतीजा एक हफ्ते के भीतर दिखाई देने लगा।
इस बारे में पार्षद वीरेंद्र शर्मा उर्फ बिल्लू से जब बात की गई तो उनका कहना था कि सड़क बनने के दौरान भारी वाहन निकलने से ऐसी हालत हुई है। इसका पुन:निर्माण करवाया जाएगा।

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