प्रयागराज। प्रयागराज में चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी नफीस बिरयानी को दिल का दौरा पड़ने पर मौत हो गयी।
नैनी सेन्ट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर ने बताया कि नैनी सेंट्रल जेल में निरूद्ध रहे नफीस बिरयानी को रविवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद स्वरूप रानी अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उपचार चल रहा था। उपचार के दौरान रविवार की देर रात एक बजे उसकी मौत हो गयी।
गौरतलब है कि खुल्दाबाद निवासी नफीस सिविल लाइन में ईट ऑन रेस्टोरेंट का संचालक था। उमेश पाल हत्याकांड में नफीस का नाम बढ़ाए जाने के बाद वह फरार हो गया था। उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षा कर्मियों की हत्या में वांछित होने पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। 22 नवंबर को नवाबगंज में पुलिस से मुठभेड़ में गोली लगने से नफीस घायल हो गया था। कई दिनों तक इलाज चलने के बाद वह नैनी सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर तीन में बंद था।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के उमेश पाल मुख्य गवाह थे। 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल हत्याकांड में नफीस ने एक कार उपलब्ध कराई थी, जिसमें सवार होकर अतीक अहमद का बेटा असद, गुड्डू मुस्लिम (बमबाज) और कुछ लोग वारदार वाले स्थान पर पहुंचकर बम और गोली से उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर फरार हो गये थे। पुलिस को बाद में कार लावारिस हालात में पड़ी मिली। जांच पड़ताल में गाड़ी नफीस बिरयानी की बतायी गयी थी।
उमेश पाल की हत्या के अगले दिन उनकी पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, पत्नी शाइस्ता, भाई अशरफ अहमद,दो बेटो के साथ शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर के खिलाफ केस दर्ज किया था। अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की 15 अप्रैल की रात काल्विन अस्पताल के कैम्पस में करीब 10.30 बजे रात लवलेश तिवारी, अरूण मौर्य और मोहित उर्फ सनी सिंह नामक तीन युवकों ने गोली मार कर हत्या कर दिया था। पुलिस ने तीनो को मौके पर ही पकड़ लिया था।
इस मामले में अतीक अहमद का बेटा असद की 13 अप्रैल को पुलिस और एसटीएफ के साथ झांसी में हुई एक मुठभेड़ में मार दिया गया था। इस पर पांच लाख रूपए का इनाम घोषित था। इसके अलावा फरार चल रहे गुड्डु मुस्लिम, साबिर और अरमान पर भी पांच-पांच लाख रूपए का इनाम घोषित है जबकि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर भी 50 हजार रूपए का इनाम घोषित है।