मेरठ। सपा ने आखिरकार मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बना दिया। इससे सपा विधायक अतुल प्रधान को झटका लगा है। विधायक अतुल प्रधान की उम्मीदवारी खत्म किए जाने के बीच चर्चा चली कि अतुल प्रधान भाजपा में जाएंगे। लेकिन अफवाहों पर विराम लगाते हुए अतुल प्रधान ने अखिलेश के फैसले को सही ठहराया है।
मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर सपा को प्रत्याशी तय करने में काफी खींचतान का सामना करना पड़ा है। 18 घंटे तक चली खींचतान के बाद आखिरकार सपा नेता योगेश वर्मा की पत्नी व पूर्व मेयर सुनीता वर्मा को उम्मीदवार घोषित किया गया था। हालांकि, इस सीट पर शुरू से ही दावा ठोक रहे विधायक अतुल प्रधान को इससे झटका लगा।
चर्चा यह चली थी कि अतुल प्रधान विधायकी छोड़कर सपा से इस्तीफा दे सकते हैं। ऐसे में अफवाह फैली कि अतुल प्रधान भाजपा में जाएंगे। लेकिन इस सवाल पर विराम लगाते हुए अतुल प्रधान ने कहा कि राजनीति में और सामाजिक जीवन में कई बार अलग-अलग तरह के मोड़ आते हैं। मैं समझता हूं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जब ये फैसला लिया तो बहुत कुछ सोचा समझा होगा। उन्होंने कहा कि शायद इसलिए हमें बुलाकर कहा कि हम पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। मेरा मानना यही है कि पार्टी ने जो फैसला किया है उसे स्वीकार करेंगे। दोनों लोगों की सहमति बनाकर फैसला लिया। पार्टी ने जो प्रत्याशी तय किया है, उसका समर्थन करेंगे और उसको जिताने में पूरी ताकत लगाएंगे।