मैनपुरी। उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले की नगर पंचायत करहल के अध्यक्ष अब्दुल नईम द्वारा तालाब की जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से बनाये रिसॉर्ट को ध्वस्त कर प्रशासन ने रविवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। मुख्यमंत्री को इस अवैध कब्जे के बारे में मिली शिकायत के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव संजय प्रसाद ने जिलाधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मैनपुरी के करहल कसबे में आज जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की।
नगर पंचायत करहल के अध्यक्ष अब्दुल नईम, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं। इनके द्वारा तालाब की भूमि पर अवैध तरीके से बनाये गए रिसोर्ट आयशा को ध्वस्त करने के लिए उपजिलाधिकारी नीरज द्विवेदी व पुलिस उपाधीक्षक संतोष सिंह के नेतृत्व में पी.ए. सी व पुलिस बल भारी संख्या में ईदगाह कालोनी पंहुचा।अब्दुल नईम की पत्नी फरजाना बेगम के नाम से बना रिसोर्ट ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर चले और आयशा रिसोर्ट ध्वस्त किया गया।
गौरतलब है कि नगर पंचायत करहल के पूर्व अध्यक्ष संजीव यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी कि करहल में तालाबों पर अवैध कब्जे किये गए हैं और उनमें से एक आइशा रिसोर्ट की भी शिकायत थी।अपर जिलाधिकारी कोर्ट में भी निर्माण को अवैध मानते हुए तहसीलदार करहल की रिपोर्ट पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। रविवार को अवकाश के दिन जिला प्रशासन अचानक हरकत में आया और तालाब पर अवैध रूप से निर्मित आइशा रिसोर्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी अब्दुल नईम के रिसोर्ट पर बुलडोजर चलने से लोग अचंभित हैं। फिलहाल मैनपुरी में तालाबों पर अतिक्रमण की तमाम शिकायतें हैं,आगे यह कार्रवाई बढ़ी तो और भी बड़े लोग संकट में पड़ सकते हैं। उपजिलाधिकारी नीरज द्विवेदी ने कहा कि आयशा रिसोर्ट के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है।