इटावा। जनपद में स्थित इटावा सफारी पार्क में वन्य जीवों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बीमारी के चले सफारी पार्क में एक और बब्बर शेर ‘बाहुबली’ ने दम तोड़ दिया है। सफारी प्रशासन ने बब्बर शेर के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली स्थित आईवीआरआई भेज दिया है, जहां पर चिकित्साधिकारियों के पैनल के द्वारा उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा।
सफारी पार्क के निदेशक अनिल कुमार पटेल ने बुधवार को बताया कि इटावा सफारी पार्क में बब्बर शेर बाहुबली ने मेगा कोलन बीमारी से ग्रसित होने के बाद उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि बब्बर शेर बाहुबली का इलाज पिछले डेढ़ वर्ष से मथुरा वेटनरी कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टर आरपी पांडेय और डॉक्टर मुकेश श्रीवास्तव के परामर्श के अनुसार चल रहा था। बब्बर शेर बाहुबली को समय-समय पर एनिमा देकर फीकल पास कराया जा रहा था तथा अन्य आवश्यक दवाएं दी जा रही थी। दस नवंबर 2023 से बाहुबली को फीकल पास करने में कठिनाई और बढ़ गई। उसके द्वारा भोजन भी पूर्ण मात्रा में नहीं लिया जा रहा था। सही ढंग एवं समय से फीकल पास न होने की वजह से वह तेईस नवंबर 2023 को अपने पिछले पैरों पर खड़ा होने में असमर्थ दिखा। 24 नवंबर से वह लड़खड़ाकर चलने लगा। 26 नवंबर से वह अपने पिछले दोनों पैरों से पैरालाइज हो गया था। जिसके बाद विशेषज्ञों की सलाह पर लगातार उपचार किया जाता रहा, परन्तु बाहुबली अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया।
निदेशक ने बताया कि 07 दिसंबर को सफारी पार्क के पशु चिकित्सालय में उसे शिफ्ट किया और उसके उपचार हेतु विशेषज्ञ परामर्श हेतु डॉक्टर पावड़े आई.वी.आर.आई बरेली, डॉक्टर आरपी पाण्डेय, डॉक्टर मुकेश श्रीवास्तव मथुरा वेटनरी कॉलेज, डॉक्टर नासिर कानपुर प्राणी उद्यान, डॉक्टर आरके सिंह पशुपालन विभाग, डॉक्टर उत्कर्ष शुक्ला लखनऊ प्राणि उद्यान, डॉक्टर इलैया राजा वाइल्ड लाइफ एसओएस आगरा, डॉक्टर गौरव श्रीवास्तव पूर्व चिकित्सा सफारी पार्क का सहयोग लिया गया। पिछले एक माह से बब्बर शेर बाहुबली की स्थिति अत्यंत नाजुक थी और विगत कुछ दिनों से उसके द्वारा पूर्णतया भोजन ग्रहण करना बंद कर दिया गया था। मंगलवार से वह एक ही स्थिति में लेटा हुआ था। उन्होंने बताया कि बब्बर शेर बाहुबली ने 26 दिसंबर को शाम करीब 6:15 मिनट पर दम तोड़ दिया है। मृतक शेर के शव का पोस्टमार्टम आईवीआरआई बरेली के चिकिसाधिकारियों के पैनल के द्वारा करवाया जा रहा है।