बलौदाबाजार- छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में सरकार की बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) और कलेक्टर को निलंबित कर दिया है।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में बीते दिन हुई आगजनी की घटना के बाद पुलिस एक्शन मोड में है। गुरुवार को आगजनी के मामले में 39 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले 82 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। इस तरह से इस मामले में अब तक 121 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत कुल अलग अलग आठ प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं। पुलिस उपद्रवियों के छिपने के ठिकानों में लगातार दबिश दे रही है। वहीं धरना प्रदर्शन का आयोजन करने वाले आरोपियों के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली में धारा 147,148,149,186,353, 332,307,435, 120B, 427, 435 भादवि, सार्वजनिक संपत्ति निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3, 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार जिले में सतनामी समाज के लोग अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदेश भर से हजारों की संख्या में सतनाम समाज के लोग पहुंचे थे। दशहरा मैदान में उग्र प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारी पुलिस की सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। सीसीटीवी फुटेज और वीडियोग्राफी की मदद से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। वहीं प्रदर्शनकारियों ने 13 पुलिसकर्मियों को भी घायल कर दिया है, इनमें से दो जवानों की हालत गम्भीर बताई जा रही है।प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए। तीन से चार हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर पहुंच कर उग्र प्रदर्शन किया था। घंटों तक बवाल काटने के बाद प्रदर्शनकारी वहां से चले गए।