गाजियाबाद। आंबेडकर रोड पर ई-रिक्शा चलाने पर लगाई पाबंदी भारी विरोध के बाद हटा ली गई है। इस मामले में अब पुलिस अफसर बैकफुट पर आ गए है। यह पाबंदी आज से लागू की जानी थी लेकिन विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए बुधवार को पुलिस अफसरों ने फैसला वापस ले लिया। इस फैसले का पहले कांग्रेसियों ने विरोध किया था। इसके बाद भाजपा नेता खुलकर विरोध में आ गए थे। माना जा रहा है कि पुलिस के इस फैसले से भाजपा को सदर विधान सभा सीट पर होने वाले उप चुनाव में वोटों का नुकसान होने की आशंका थी।
भाजपा के लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने एलान कर दिया था कि अगर ई-रिक्शा पर पाबंदी नहीं हटी तो वह सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी कर देंगे। भाजपा संगठन के पदाधिकारी भी पुलिस अफसरों से मिलने के लिए पहुंचे और कहा कि ई-रिक्शा पर पाबंदी न लगाए जाए। इससे न केवल लोगों को परेशानी होगी बल्कि ई-रिक्शा चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ जाएगा। ई-रिक्शा चालक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
कांग्रेस और सपा के नेता भी पुलिस के फैसले के खिलाफ थे। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन चलाने का एलान कर दिया था। बुधवार को ई-रिक्शा एसोसिएशन के पदाधिकारी और व्यापारी डीसीपी नगर के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने पाबंदी हटाने के लिए ज्ञापन सौंपा। डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि विचार विमर्श करने बाद लोगों को परेशानी को देखते हुए जनहित में 12 सितंबर से लगने वाले प्रतिबंध को वापस लिया गया है।