गोंडा। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में गोंडा से आए एक श्रद्धालु की मौत हो गई। श्रद्धालु की पहचान ननकन कौरी के तौर पर हुई है। मृतक ननकन कौरी अपनी पत्नी समेत 12 लोगों के साथ प्रयागराज में अमृत स्नान करने के लिए पहुंचे थे। मृतक के भतीजे ने बताया कि कुंभ के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ में हम लोगों का साथ छूट गया। हालांकि, जब स्थिति शांत हुई तो हम उन्हें खोजने लगे। हमें जानकारी मिली कि वह घायल हो गए हैं और इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जब अस्पताल पहुंचे तो उन्हें डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया था। महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है। जिसमें 25 लोगों की पहचान हुई है। इसमें गोंडा के ननकन भी शामिल है।
प्रशासन द्वारा एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। शव को गोंडा भेजा जा रहा है। वहीं, बलिया से आई एक बुजुर्ग श्रद्धालु ने बताया कि भगदड़ इतनी भयंकर थी कि हम सभी अलग हो गए। लोग पवित्र स्नान के लिए जा रहे थे और सभी एक ही स्थान से गुजर रहे थे, जिसके कारण टक्कर हो गई। इसमें प्रशासन की गलती है कि नहीं मालूम नहीं। उन्होंने कहा कि जिनके साथ वह बलिया से कुंभ नहाने के लिए आई थी वह बिछड़ गए हैं और पूरी रात उन्होंने सड़क पर गुजारी है। अब बलिया लौटेंगे। महाकुंभ में हुई भगदड़ पर बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने सहायता राशि देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा , “हम राज्य सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा करते हैं। न्यायिक आयोग इस मामले की जांच करेगा। पूरे मामले की जांच कर आयोग समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा। मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज जाएंगे और आगे होने वाले स्नान के साथ सभी मुद्दों को देखेंगे।”