बरेली- जिले में तैनात एक महिला पीसीएस अफसर के पति ने महिला अफसर से अपनी जान को खतरा बताया है। महिला अफसर के पति ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी के संबंध गाजियाबाद में होमगार्ड के कमांडेंट से हैं और दोनों मिलकर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। पति ने अपनी पत्नी अफसर से अपनी जान को खतरा बताया है, जिसके बाद प्रदेश के डीजी होमगार्ड बी.के.मौर्या ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए है। महिला अफसर ने कहा है कि वो मुझसे 50 लाख रुपये और घर की मांग कर रहे हैं। उस वजह से मैंने उनके खिलाफ प्रयागराज में मुकदमा दर्ज करवाया है। मैं उनसे तलाक चाहती हूं।
बरेली में तैनात एक महिला अधिकारी की व्हाट्सएप चैट वायरल हुई है। महिला अधिकारी PCS ऑफिसर हैं। जो बरेली में एक विभाग में तैनात हैं। यह व्हाट्सएप चैट महिला अधिकारी के कथित प्रेमी PPS ऑफिसर के साथ बताई जा रही है। वहीं महिला अधिकारी के पति आलोक मौर्या ने अपनी जान का खतरा जताया है। इस मामले में लखनऊ में वरिष्ठ अधिकारियों और सीएम को भी शिकायती पत्र भेजा गया है।
आलोक मौर्य ने होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी पत्नी का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अफेयर चल रहा है और दोनों उनकी हत्या कराने की साजिश रच रहे हैं। उनकी शिकायत पर डीजी होमगार्ड बी.के.मौर्या ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी है।
प्रयागराज के रहने वाले आलोक मौर्य ने बताया कि मेरी शादी 2010 में वाराणसी निवासी युवती ज्योति के साथ हुई थी। शादी के बाद पत्नी को पढ़ाया लिखाया। जिसके बाद पत्नी पीसीएस अधिकारी बन गई। महिला के पति के अनुसार पत्नी इस समय बरेली जिले में तैनात है। पिछले कुछ समय से पत्नी मुझसे बात नहीं कर रही है, कई बार घर में विवाद जैसी स्थिति भी आई।आलोक मौर्या ने आरोप लगाया है कि मनीष दूबे,ज्योति मौर्या से शादी करना चाहते हैं इसलिये दोनों ने मिलकर प्यार में बाधा बन रहे पति आलोक मौर्या को ही रास्ते से हटाने का पूरा प्लान बना लिया। ‘पीपीएस’ मनीष दूबे और ‘पीसीएस’ ज्योति मौर्या के संबंधों के बीच कांटा बन रहे पति आलोक मौर्या के हांथों वो व्हाटसअप चैटिंग लग गई जिसकी वजह से दोनों की मर्डर प्लानिंग फेल हो गयी। बताया जा रहा है कि पुरुष अधिकारी ने भी पत्नी से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी डाल दी है।
आलोक ने मुख्यमंत्री को अपनी पत्नी और उनके कथित प्रेमी ऑफिसर के बीच वॉट्सएप पर हुई चैटिंग के स्क्रीनशॉट भेजे हैं। इसमें दोनों के बीच प्यार भरी बातें हो रही हैं।उन्होंने बताया कि मैं पिछले एक माह से पुलिस से शिकायत कर रहा हूं, लेकिन मेरी शिकायत दर्ज नहीं की गई।
दूसरी तरफ ज्योति मौर्य का आरोप है कि “आलोक मौर्य ने बताया था कि वो ग्राम पंचायत अधिकारी है लेकिन वो एक सफाई कर्मचारी थे, इसके बाद में अब आलोक मौर्य से तलाक ले रही हूं.” वहीं आलोक मौर्य ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी ज्योति मौर्य उनकी हत्या करवाना चाहती है. इसकी शिकायत उन्होंने प्रयागराज में थाने में की है।
महिला पीसीएस अफसर ने कहा कि वो मुझसे 50 लाख रुपये और घर की मांग कर रहे हैं. उस वजह से मैंने उनके खिलाफ प्रयागराज में मुकदमा दर्ज करवाया है । पीसीएस ज्योति मौर्य बरेली के सेमेखेड़ा स्थित शुगर मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि अनबन के चलते पति ने उनका मोबाइल हैक करके काफी डाटा चोरी कर लिया। उन्होंने आईटी एक्ट में पति के खिलाफ प्रयागराज में रिपोर्ट कराई थी।
उन्होंने बताया कि पांच दिन पहले तक पति की ओर से समझौते की बात कही जा रही थी। वह काफी रुपये और मकान मांग रहा था। उनके मना करने पर ही उसने चैट और कुछ कागजात वायरल किए हैं। इन्हें देखकर यह भी लग रहा है कि इसमें कई चीजें एडिट की गई हैं। चैट को लेकर पुलिस और सूची को लेकर उनके विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जांच कर रहे हैं, सच्चाई जल्द सामने आ जाएगी। होमगार्ड कमांडेंट से चैट के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। तलाक की प्रक्रिया पूरी होगी तो वह अपने भविष्य के बारे में कोई फैसला लेंगी।
इसी बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने भी महिला अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोला है। महिला अफसर के व्हाट्सएप से पति द्वारा उठाए गए कुछ कागजों में रुपयों के लेनदेन के संकेतों को भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए अमिताभ ठाकुर ने महिला अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।अमिताभ ठाकुर का कहना है कि सीएम को भेजी शिकायत में महिला अधिकारी के पति ने डायरी के पन्नों को सार्वजनिक किया है, जिनमें कई एंट्री लिखी हैं। इन एंट्री में विभिन्न मदों में विभिन्न व्यक्तियों के साथ रुपये के लेनदेन की बातें अंकित बताई गई हैं।
ठाकुर ने कहा कि उन्होंने महिला के पति से बात की तो उसने स्पष्ट किया कि सूची में जहां ””एल”” लिखा है उसका मतलब लाख से और जहां ””टी”” लिखा है उसका मतलब हजार से है। उन्होंने बताया कि पीड़ित पति ने मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर मुख्य सचिव, नियुक्ति सचिव से शिकायत की। हर जगह इसे पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। ठाकुर के मुताबिक सरकारी पद पर बैठकर लाखों-करोड़ों रुपये की घूसखोरी की शिकायत पारिवारिक विवाद नहीं है।