मुजफ्फरनगर। बेलगाम कही जाने वाली नगरपालिका परिषद् में अब अनुशासन को लेकर गंभीरता दिखाई जाने लगी है। इसके लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की कड़ी नाराजगी के बाद उनके शपथ ग्रहण समारोह में सफाई कर्मचारियों के द्वारा उनके सामने घेराव प्रदर्शन करते हुए की गई अभद्रता के प्रकरण में अधिशासी अधिकारी ने जांच बैठा दी है।
वहीं दूसरी जांच यह भी दी गई है कि सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री को शपथ समारोह का निमंत्रण पत्र दिया गया है या नहीं। इसमें कर्मचारियों को दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ गंभीर कार्यवाही की संभावना बनी हुई है।
बता दें कि नगरपालिका परिषद् के अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरव स्वरूप की पत्नी मीनाक्षी स्वरूप ने जीत दर्ज की थी। 26 मई को मीनाक्षी स्वरूप और उनके बोर्ड में नगरपालिका क्षेत्र के 55 वार्डों से निर्वाचित सदस्यों का भव्य शपथ ग्रहण समारोह टाउनहाल मैदान में कराया गया था। यहां केन्द्र और राज्य सरकारों के मंत्रियों सहित कई अन्य अतिथि उपस्थित रहे थे।
मीनाक्षी स्वरूप के शपथ ग्रहण समारोह में भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। शपथ के बाद अपने कार्यालय पहुंचकर मीनाक्षी स्वरूप ने पदभार ग्रहण किया। इस दौरान लोगों की भीड़ उनका अभिनंदन करने और बधाई देने के लिए उमड़ी थी। यहां पर जब वो जनता से मुलाकात के बाद वापस लौटने लगी तो कार्यालय के बाहर ही कुछ सफाई कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए उनका घेराव कर लिया था।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि शपथ ग्रहण समारोह में सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री को निमंत्रण नहीं दिया गया है, इसको अपमान बताते हुए सफाई कर्मचारियों ने नाराजगी जताई थी। पालिका में पहले ही दिन चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप का घेराव होने के कारण कई सवाल उठे थे। वहां से मीनाक्षी स्वरूप को जैसे-तैसे निकाला गया था।
सूत्रों के अनुसार इस मामले को चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस अनुशासनहीनता के प्रति ईओ हेमराज सिंह के समक्ष कड़ी नाराजगी जताई और इसको लेकर रिपोर्ट तलब की है। चेयरपर्सन की नाराजगी को देखते हुए ईओ हेमराज सिंह ने 26 मई की इस घटना के मामले में जांच बैठा दी है।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने इस मामले में पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को जांच सौंपी है। इसमें कहा गया है कि 26 मई को जब शपथ ग्रहण के बाद वो कार्यालय में पदभार ग्रहण कर वापस लौट रही थी, तो कुछ सफाई कर्मचारियों ने अकारण ही उनका घेराव करते हुए नारेबाजी की और उनके सम्मुख प्रदर्शन किया। इसको लेकर उन्होंने अनुशासनहीनता करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर रिपोर्ट देने के साथ ही कहा है कि यदि दोष साबित हुआ तो कड़ी कार्यवाही की जायेगी, ताकि भविष्य में अकारण ही ऐसे घेराव प्रदर्शन की पुनरावृत्ति न हो पाये, इसके साथ ही चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने पालिका के निर्माण लिपिक अशोक ढींगरा को भी इस बात की जांच सौंपी है कि सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री को शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण पत्र क्यों नहीं दिया गया ?
दरअसल, अशोक ढींगरा को शपथ ग्रहण समारोह के लिए अतिथियों और अन्य सभी लोगों को निमंत्रण पत्र भेजने की जिम्मेदारी दी गयी थी। उनको इसी बात की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है, कि जब जिम्मेदारी उनकी थी तो निमंत्रण पत्र क्यों नहीं गया, यदि गया है तो इसकी रिपोर्ट मांगी गई कि कर्मचारी आरोप क्यों लगा रहे हैं? इसको लेकर अब पालिका में नई खींचतान शुरू होने की संभावना प्रबल बन चुकी हैं। इसे पालिका में शह और मात के खेल के रूप में भी देखा जा रहा है।