नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर शाहजहां शेख को बचाने का आरोप लगाते हुए सवाल पूछा है कि आखिर राज्य सरकार उसे बचाने के लिए इतनी उत्सुक क्यों है?
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वह यह पहली बार देख रहे हैं कि आरोपी को राहत दिलाने की अपील राज्य सरकार की तरफ से की जा रही है।
उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार और पश्चिम बंगाल पुलिस के रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि पहले तो बंगाल पुलिस शाहजहां शेख को गिरफ्तार ही नहीं कर रही थी, बल्कि, गिरफ्तार करने की बजाय उसे 55 दिनों तक फरार रहने दिया गया। संदेशखाली की महिलाओं के आंदोलन और कलकत्ता उच्च न्यायालय के सख्त स्टैंड के बाद उसे गिरफ्तार तो किया गया, लेकिन, उसे अब न्यायालय के आदेश के बावजूद सीबीआई को हैंडओवर नहीं किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अदालत ने शाहजहां शेख को बचाने और उसकी गिरफ्तारी में देरी करने के लिए बंगाल पुलिस के पक्षपात भरे रवैये पर भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर, उच्चतम न्यायालय में आरोपी या उसके परिजनों द्वारा ही अपील की जाती है, लेकिन, शाहजहां शेख के मामले में बंगाल की सरकार उच्चतम न्यायालय में अपील कर रही है।
उन्होंने ममता सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए पूछा कि शाहजहां शेख के अपराधों की जानकारी होने और महिलाओं द्वारा उसके खिलाफ आंदोलन किए जाने के बावजूद आखिर राज्य सरकार उसे बचाने के लिए इतनी उत्सुक क्यों हैं ?
उन्होंने बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से खराब होने की बात कहते हुए राज्य सरकार के रवैये को शर्मनाक भी बताया। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि ममता सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि शाहजहां शेख को केंद्रीय जांच एजेंसी के हवाले नहीं किया जाए और यह अपने आप में कई सवाल खड़े करता है।