हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन एकता की मासिक पंचायत में वक्ताओं ने किसानों के मुद्दे उठाए। वहीं तय किया गया कि रुड़की को जिला बनाने, गन्ना मूल्य घोषित करने एवं यूसीसी के खिलाफ विशाल विरोध जुलूस इस माह के अंत में निकाला जाएगा। बैठक में यूपी और उत्तराखंड के कई जिलों के किसान शामिल हुए।
रुड़की के रामपुर स्थित राष्ट्रीय कैंप कार्यालय पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट फरमान त्यागी ने कहा कि सरकार लगातार किसानों का उत्पीड़न कर रही है। लगभग पूरा सीजन बीत जाने के बाद भी गन्ना मूल्य घोषित नहीं किए गए। विरोध के बाद विद्युत स्मार्ट मीटर लगाए जाने की तैयारी है, साथ ही बिजली बिलों पर सरचार्ज लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द गन्ना मूल्य घोषित न हुए तो मिलों पर तालाबंदी होगी। अगर बिजली विभाग का कोई व्यक्ति स्मार्ट मीटर लगाता मिला तो उसे बंधक बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि रुड़की को जिला घोषित करने की मांग भी संगठन द्वारा की का रही है। कहा कि अगर किसानों के इन मुद्दों पर सरकार विचार नहीं करती तो इस माह के अंत में विरोध जुलूस निकाला जाएगा जिसमें हजारों की संख्या में किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस जुलूस के माध्यम से यूसीसी का भी विरोध किया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एडवोकेट राव मुनफैत ने कहा हिन्दुस्तान के प्रत्येक नागरिक अपने धर्म के अनुसार जीवन यापन की आजादी है जबकि यूसीसी एक विशेष समुदाय के अधिकारों का हनन करता है इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी जायेगी। कार्यक्रम का संचालन राव गुलफाम ने किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संगठन प्रभारी तामीन त्यागी, चौधरी साहब सिंह, रविंद्र सिंह, गुलफान संजय, संदीप, रोहित चौधरी, सोनू त्यागी, तनवीर अली, रहीस चौधरी रोहित कुमार, मोहसिन त्यागी, आसिफ मलिक, अब्दुल करीम, आसिफ मलिक, रोशन मलिक, जावेद अली, गुलजार खान, आलिम, आसिफ अंसारी आदि उपस्थित रहे।