चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस विधेयक पर कोई ठोस निर्णय तब लिया जाएगा, जब यह संसद में प्रस्तुत होगा। उन्होंने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन पर कहा कि उनकी हालत खराब हो गई है। सरकार तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करे और समाधान करे। जो स्थिति बनी हुई है, वह गंभीर है और सरकार को किसानों से बातचीत करके जल्द समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग कोई नई नहीं है। दो साल पहले सरकार से की गई बातचीत के दौरान यह तय हुआ था कि एमएसपी की गारंटी के लिए एक समिति बनाई जाएगी, लेकिन अब तक इस पर कोई प्रगति नहीं हुई है। किसानों की एमएसपी की मांग वाजिब है और इस पर सरकार को तुरंत कदम उठाना चाहिए।
किसानों के दिल्ली कूच का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ट्रैक्टर-ट्रॉली लाने पर आपत्ति जताई थी, लेकिन, जब किसान पैदल आंदोलन पर निकले हैं, तो सरकार को क्या आपत्ति होनी चाहिए? किसानों को लोकतांत्रिक अधिकार के तहत अपनी बात रखने का पूरा हक है। रास्ते बंद करना उनका अधिकार है, लेकिन अगर कोई कानून अपने हाथ में लेता है, तो सरकार को कदम उठाने का अधिकार है। हरियाणा की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए हुड्डा ने नायब सिंह सैनी सरकार पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अपराधों की संख्या बढ़ गई है और राज्य सरकार पूरी तरह से सो रही है। गुड़गांव में हुए बम धमाके का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार को तत्काल इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। आज हरियाणा में लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
हर किसी को डर लग रहा है। उन्होंने कहा कि अगर अनिल विज को दिल्ली जाना होता है तो उन्हें किसी की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। दिल्ली देश की राजधानी है। हम अपनी बात कहने के लिए किसी से अनुमति क्यों लें? उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शन या किसी राजनीतिक कार्यक्रम के लिए अनुमति लेना जरूरी नहीं है, बशर्ते वह कानून के दायरे में हो। उन्होंने सवाल करते हुए आगे कहा कि अनिल विज किसकी परमिशन से दिल्ली जाते हैं ? मुझे दिल्ली जाना हो तो किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है, वह देश की राजधानी है।