चमोली/देहरादून – उत्तराखंड के चमोली में बुधवार को एक बड़े हादसे में करंट की चपेट में आने से 16 लोगों की मौत हो गई है तथा छह अन्य घायल हो गये।
घायल जल संस्थान के जेई समेत दो लोगों को हेलीकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया है। इस घटना के बाद से चमोली बाजार से लेकर गोपेश्वर तक अफरा तफरी का माहौल है।
बताया जा रहा है कि बीती रात को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से एक कर्मी की मौत हो गई थी। उसके बाद प्लांट से एक फेज पर बिजली गुल हो गई थी। बुधवार को घटना की सूचना पर स्थानीय लोग और पुलिस कर्मी मौके पर गए थे।
इस घटना से बेखबर बिजली विभाग के कर्मियों ने बुधवार को सुबह जैसे ही बिजली खोली तो एक के बाद एक करंट पर चिपक गया, कुछ लोगों ने भागकर जान बचाई जिससे अफरा तफरी मच गई। बताया जा रहा कुछ लोगों ने अलकनंदा में छलांग मारी, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली घटना में मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि अविलंब प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर मुख्यमंत्री धामी से चमोली घटना के संबंध में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों को एम्स ऋषिकेश हेलीकॉप्टर से लाया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय को भी घटना की पूरी जानकारी दी गईं है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार को नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर विद्युत करंट से पुलिस कर्मियों सहित 16 लोगों की मृत्यु और छह अन्य के घायल होने के मामले की मजिस्ट्रियल जांच होगी।
इस सन्दर्भ में चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि आज समय लगभग 11:30 बजे नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर विद्युत करंट लगने से अधिक संख्या में जन हानि एवं जान-माल की क्षति हुई है, जिसकी मजिस्ट्रीयल जॉच करायी जानी नितान्त आवश्यक है।
जांच मजिस्ट्रेट को अपनी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर देने का निर्देश दिया गया है।