नई दिल्ली। मुंबई की एक अदालत से बीजेपी के उम्मीदवार और एक्टर रवि किशन को राहत मिली है। कोर्ट ने शुक्रवार को 25 वर्षीय एक महिला की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने बीजेपी के गोरखपुर उम्मीदवार और अभिनेता रवि किशन के डीएनए टेस्ट की मांग की थी। याचिका में दावा किया गया था कि रवि किशन उसके बायोलॉजिकल पिता हैं।
एक्टर ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि वह शिनोवा के पिता या अपर्णा ठाकुर के पति हैं। रवि किशन के वकील के मुताबिक अभिनेता ने कहा है कि अपर्णा और शिनोवा से केवल उनकी जान पहचान थे। उनके बीच कभी कोई रिश्ता नहीं रहा है।
वहीं शिनोवा के वकील का कहना है कि रवि किशन ही उनकी क्लाइंट के पिता हैं, लेकिन वह इस बात को मानने से इनकार कर रहे हैं। वकील ने बताया कि कैसे अपर्णा ठाकुर और रवि किशन की मुलाकात हुई थी और दोनों में प्यार हो गया था।
वकील का कहना है कि रवि किशन ही शिनोवा की पालन पोषण करते आए हैं, लेकिन कुछ समय से वह जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रहे हैं। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने आज फैसला सुनाया है।
बता दें कि अपर्णा ठाकुर के दावे के बाद रवि किशन की पत्नी प्रीति किशन ने उसके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराते हुए तमाम गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि अपर्णा लंबे समय से उन लोगों को परेशान कर रही है 20 करोड़ की मांग कर रही है। जब ये मांग उन्होंने पूरी नहीं की तो अपर्णा ने रवि किशन पर आरोप लगाए और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी।