नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के हिन्दी माह समापन समारोह के विरोध में प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को लेकर उनपर हमला बोला है। पार्टी ने उनके भारतीय होने पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या गैर-अंग्रेजी भाषी राज्यों में अंग्रेजी-उन्मुख कार्यक्रम आयोजित करना ठीक है? क्या गैर-इस्लाम, गैर-ईसाई देश में इस्लाम और ईसाई धर्म के धार्मिक स्थलों का निर्माण करना ठीक है?
भाजपा नेता माधवी लता ने शुक्रवार को अयोध्या में पत्रकारों से कहा कि स्टालिन से पहले भारतीय होने के बारे में पूछा जाना चाहिए, तब उन्हें इस देश की भाषा से प्यार करने का महत्व समझ में आएगा। सबसे पहले देश से प्यार करना ज़रूरी है।
वहीं, तमिलनाडु के भाजपा उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने कहा कि डीएमके 2004 से 2014 तक यूपीए का हिस्सा थी। जब इतने वर्षों तक कांग्रेस के साथ डीएमके शासन के दौरान भी यही हिंदी पखवाड़ा हुआ, तब स्टालिन क्या कर रहे थे?