नयी दिल्ली- कांग्रेस ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हरियाणा में एक अक्टूबर को चुनाव टालने की कोशिश से स्पष्ट है कि राज्य में उनकी पार्टी का जनाधार खत्म हो गया है और वह चुनाव हार रही है इसलिए विधानसभा चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने का अनुरोध किया जा रहा है।
हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि प्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि मतदान की तिथि एक अक्टूबर है और उस समय का माहौल अवकाश का है इसलिए मतदान की तिथि आगे बढ़ाई जानी चाहिए। कांग्रेस का कहना है कि यह भाजपा का डर है इसलिए छुट्टी का बहाना कर चुनाव टालने का प्रयास किया जा रहा है।
पार्टी की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने कहा, “छुट्टी होना तय है, इसलिए छुट्टी का बहाना बना रहे हैं।”
वरिष्ठ नेता दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा, “हरियाणा भाजपा ने चुनाव आयोग को चुनाव टालने के लिए पत्र लिखा है, जो यह दर्शाता है कि भाजपा चुनाव से किस कदर घबराई है। अपनी हार सामने देख सत्ताधारी पार्टी द्वारा बचकाने तर्क दिये जा रहे हैं। क्योंकि उसके पास न कोई मुद्दा है, न जनता को बताने लायक कोई काम या उपलब्धि और न ही टिकट देने लायक 90 उम्मीदवार। इसलिए भाजपा छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालने की साजिश कर रही है।”
उन्होंने कहा, “हरियाणा के मतदाता बेहद जागरुक हैं। वो कहीं छुट्टी मनाने नहीं जाएंगे, बल्कि भाजपा की छुट्टी करने के लिए भारी संख्या में मतदान केंद्र आकर वोट देंगे।”
राज्य भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने बताया कि भाजपा ने 1 अक्टूबर से पहले और बाद में कई छुट्टियों का हवाला देते हुए शुक्रवार को चुनाव स्थगन का अनुरोध किया था. उनका कहना था कि इन छुट्टियों की वजह से मतदान कम हो सकता है। बडोली ने कहा, “मैंने शुक्रवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान को कुछ दिन आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है, क्योंकि 1 अक्टूबर को मंगलवार है. मतदान का दिन होने के कारण इस दिन छुट्टी होती है. शनिवार और रविवार को छुट्टी होती है, जबकि 2 और 3 अक्टूबर को गांधी जयंती और अग्रसेन जयंती के कारण छुट्टी होती है. जो कोई भी सोमवार (30 सितंबर) को छुट्टी लेगा, उसे छह दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी. इससे मतदान प्रतिशत पर बुरा असर पड़ने की संभावना है.”उन्होंने कहा कि कई लोग लगातार पांच से छह दिन की छुट्टी होने पर बाहर घूमने निकल जाते हैं. बडोली ने कहा कि अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना है, लेकिन पार्टी 8 अक्टूबर को मतदान की तारीख से सहमत है।
इसी बीच इंडियन नेशनल लोकदल ( इनेलो) के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भी शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर एक अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की।
श्री चौटाला ने पत्र में लिखा कि चुनाव आयोग की अधिसूचना के अनुसार हरियाणा राज्य में चुनाव प्रक्रिया पांच सितंबर से शुरू होगी, मतदान एक अक्टूबर को होगा और वोटों की गिनती चार अक्टूबर को होगी। उन्होंने चुनाव आयुक्त को ध्यान दिलाते हुये लिखा कि मतदान के दिन से पहले दो राजपत्रित छुट्टियां हैं, यानी 28 सितंबर को शनिवार और 29 सितंबर को रविवार है। एक अक्टूबर को भी मतदान अवकाश है और उसके बाद दो राजपत्रित छुट्टियां होंगी। यानी दो अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती और तीन अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती है।
चूंकि लोग आमतौर पर लंबे सप्ताहांत पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के मतदान की तारीख/ दिन को एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ाने का अनुरोध किया ।