मुजफ्फरनगर। जानसठ रोड पर अलमासपुर चौराहे पर स्थित शिव मंदिर की नई कमेटी द्वारा पूर्व पदाधिकारी की वीडियो वायरल करते हुए मंदिर का पैसा और रिकार्ड चुराने का आरोप लगाया था, अब इस प्रकरण में आरोपों का जवाब देने के लिए पूर्व पदाधिकारी ने मीडिया के सामने आकर नई कमेटी के लोगों और एक तथाकथित भाजपा नेता पर मंदिर की दुकान में पूजन सामग्री बेचने का व्यापार करने वाले युवक से मिले पांच लाख रुपये हड़पने की साजिश रचने के आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है।
अलमासपुर के पूर्व प्रधान ऋषिपाल पुत्र दलेल सिंह ने शनिवार को एक रेस्टोरेंट में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि वो शिव मंदिर में पूर्व कमेटी में मंत्री पद का दायित्व निभा रहे थे। 12 अगस्त तक वो इस पद पर बने रहे। 2002 से पहले मंदिर की स्थिति बहुत खराब थी। मंदिर को उन्होंने ही प्रयास कर सामाजिक सहयोग से सुन्दर रूप दिया है। अब उनको और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। समिति से त्यागपत्र देने का दबाव बनाया गया।
उन्होंने बताया कि मंदिर कमेटी का चुनाव 13 अगस्त को हुआ। 20 अगस्त को नई कमेटी की मीटिंग हुई, जिसमें मुझे त्यागपत्र देने के लिए कहा गया। हिसाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया। 24 अगस्त को मैं मंदिर गया और पूजा के बाद मंदिर के केयर टेकर राकेश को साथ लेकर अलमारी खोली सामान निकाला और लिस्ट बनाकर राकेश को दी तथा उसको चाबी सौंपी।
इसके बाद एक वीडियो वायरल कर उन पर चोरी का आरोप सोची समझी साजिश के तहत लगाया गया। उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए तहरीर थाने में दी गई। ऋषिपाल ने आरोप लगाया कि उन्होंने मंदिर के पूर्व पुजारी श्यामलाल को 71 हजार रुपये देकर हटा दिया था। अब उनका बेटा हिमांशु सैनी जो खुद को भाजपा नेता बताता है, परेशान कर रहा है।
मंदिर की दुकान में पूजन सामग्री करने वाले रोबिन से मिले पांच लाख रुपये हड़पने की साजिश भी नई कमेटी के लोग और हिमांशु कर रहे है। वो पांच लाख रुपये और दुकान मांग रहा है। उन्होंने इस मामले में पुलिस पर आरोप लगाया कि वो मामले में कार्यवाही के लिए तहरीर चौकी इंचार्ज को दे चुके हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही है। पत्रकार वार्ता में बिट्टू सिखेडा, बंटी किनोनी, सोमपाल कश्यप, त्रिलोचन सैनी, अनीता ठाकुर, शालिनी शर्मा, अनीता चैधरी, सीमा ठाकुर, प्रणीता त्यागी, मेनका पालीवाल आदि मौजूद रहे।