Friday, November 15, 2024

बीजेपी नेता व पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक समेत पांच पर मारपीट, धमकी और एससी-एसटी एक्ट का केस दर्ज

मुरादाबाद । मुरादाबाद के बहुचर्चित सीए श्वेताभ तिवारी और स्पोर्ट्स युवा कारोबारी कुशांक गुप्ता हत्याकांड में जेल में बंद पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक समेत पांच लोगों के खिलाफ थाना बिलारी कोतवाली पुलिस ने रविवार को न्यायालय के आदेश से एक नया मुकदमा दर्ज किया  है। जिसमें मारपीट, धमकी देने के आरोप के साथ ही एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया है।

थाना बिलारी कोतवाली इंस्पेक्टर रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बिलारी थाना क्षेत्र के गांव मीरपुर माफी निवासी भूरा जाटव की तहरीर पर बिलारी के राजाबाग कालोनी निवासी धर्मेंद्र कुमार शर्मा, उसके भाई देवेश शर्मा, भगतपुर के सेहल निवासी शुभम, कांठ के गांव डिडौला निवासी पंकज और सिविल लाइंस के दीनदयाल नगर निवासी ललित कोशिक के खिलाफ कोर्ट के आदेश से रविवार को एफआईआर दर्ज की गई है।

दर्ज कराई गई रिपोर्ट में पीड़ित भूरा जाटव ने बताया कि कुछ दिन पूर्व धर्मेंद्र शर्मा के ताऊ के ट्रैक्टर से उनके बेटे के चोट लग गई थी। उस दौरान ट्रैक्टर में थोड़ा नुकसान हो गया। आरोप लगाया कि ट्रैक्टर में हुए नुकसान के एवज में ललित कोशिक ने कहा कि गांव मुड़ियाराजा रोड की अपनी जमीन लिखा दो, भूरा जाटव के अनुसार उसने मना कर दिया था। इसके बाद बीते 15 जनवरी 2023 को रात 8 बजे पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कोशिक, धर्मेंद्र शर्मा, देवेश शर्मा, शुभम शर्मा, पंकज शर्मा जबरन उसके घर में घुस आए। आरोपितों ने भूरा और उसके बेटे को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलोज शुरू कर दी। इतना ही नहीं आरोपियों ने दोनों को पीटा।

पीड़ित के अनुसार उसने घटना की वीडियो भी बना ली थी। भूरा का आरोप है कि मारपीट करने के करीब एक सप्ताह बाद सभी आरोपी उसे पकड़ कर नगर पालिका बिलारी के पीछे स्थित धर्मेंद्र शर्मा के स्कूल पर ले गए। वहां आरोपितों ने कहा कि जमीन हमारे नाम करने या पांच लाख रुपये देने का दबाव बनाने लगे। ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।

भूरा के अनुसार आरोपितों के दबाव में पुलिस ने उसका ट्रैक्टर भी जब्त कर लिया। जिसके डर से 3.5 लाख रुपये की हामी भर दी। इतना ही नहीं तीन माह पूर्व बैंक से निकालकर और कुछ परिवार वालों से उधार लेकर आरोपियों को 1.50 लाख रुपये दे भी दिया। जिसके बाद शेष पैसों के लिए आरोपित धमकी देने लगे। परेशान होकर पीड़ित ने 28 अप्रैल और 5 मई को दो बार एसएसपी ऑफिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद भूरा ने स्पेशल जज एससीएसटी के कोर्ट में अर्जी लगा दी, जहां से एफआईआर के आदेश हो गए।

बिलारी एसएचओ रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तहरीर के आधार पर रविवार को सभी आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। ललित कौशिक पर वर्तमान में आठ मुकदमे दर्ज हैं। सिविल लाइंस पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई भी कर चुकी है।

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