पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद संजय जायसवाल को सोमवार को बिहार के पश्चिमी चंपारण के दौरे के दौरान काले झंडे दिखाए गए, जिस निर्वाचन क्षेत्र का वह लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं।
बंजरिया ब्लॉक के एक गांव में उनके दौरे के दौरान ये झंडे दिखाए गए।
जिन लोगों ने बिहार इकाई के पूर्व भाजपा प्रमुख को काले झंडे दिखाए, उनका कहना है कि उन्होंने जयसवाल का समर्थन किया है और उन्हें तीन बार लोकसभा भेजा है, लेकिन वह क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य करवाने में विफल रहे हैं।”
ग्रामीणों ने जयसवाल से यह बताने की मांग की कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में किस प्रकार के विकास कार्य किए हैं।
जब ग्रामीणों को जायसवाल के दौरे के बारे में पता चला, तो वे जल्द ही एक जगह इकट्ठा हो गए, उन्हें घेर लिया और काले झंडे दिखाए।
उन्होंने उनके खिलाफ नारे भी लगाए और पोस्टर भी दिखाए। ग्रामीणों ने भी जयसवाल को वापस जाने को कहा।
गांव के लोगों ने भी भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी वोट इकट्ठा करने के लिए सिर्फ “हिंदू-मुस्लिम राजनीति” कर रही है।
एक ग्रामीण ने कहा, “चुनाव के बाद वे सभी लोगों को भूल जाते हैं और अपने घर में आराम से रहते हैं।”
जयसवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में किए गए कार्यों के बारेे में समझाने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय ग्रामीण उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे।