नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे का जिक्र करते हुए कहा है कि यह मोहब्बत की दुकान नहीं बल्कि दलाली की दुकान है। कांग्रेस में योग्यता की कोई कद्र नहीं है। दलितों और पिछड़ों का अपमान करना कांग्रेस और गांधी परिवार की आदत है।
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान दलितों का अपमान नहीं सहेगा। भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए भाटिया ने कहा कि यह हलफनामा अपने आप में नकली गांधी परिवार के भ्रष्टाचार का कबूलनामा है। कानूनी बाध्यता के कारण, प्रियंका गांधी वाड्रा को अपने हलफनामे में इन सभी बातों का खुलासा करना पड़ा।
इस हलफनामे में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की घोषित नेटवर्थ कम है, लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जो डिमांड कर रहा है, वो इससे ज्यादा है। यह 75 करोड़ रुपए की है। इससे साफ होता है कि गांधी परिवार कितनी वसूली कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार के दिखाने के दांत कुछ और हैं और खाने के दांत कुछ और है। प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे से एक और बात साफ होती है कि ये एसयूवी और फॉर्म हाउस वाले हैं।
इनके पास एसयूवी गाड़ी, बड़ा बंगला और फॉर्म हाउस है। शिमला में भी इनके पास घर है। जबकि पहाड़ों में घर खरीदने की अनुमति नहीं मिलती है, लेकिन वहां पर गांधी परिवार ने कानून को झुकवाया और उस बंगले की कीमत भी सही नहीं बताते हैं। गौरव भाटिया ने गांधी परिवार पर मल्लिकार्जुन खड़गे का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछड़े और दलित समाज के व्यक्ति को इस्तेमाल करना गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी की आदत है। उन्होंने एक फोटो दिखाते हुए कहा कि गांधी परिवार के सदस्य आगे बैठे हैं और खड़गे पीछे बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कल एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके बारे में बताना जरूरी है।
कल जिस कमरे में प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन हो रहा था, उस कमरे में मल्लिकार्जुन खड़गे बाहर से झांक रहे थे और कमरे को बंद कर दिया गया था। इससे ज्यादा आपत्तिजनक बात और क्या हो सकती है कि गांधी परिवार ओछी राजनीति करते हुए पिछड़े समाज के लोगों और दलितों का इस्तेमाल करता है। नामांकन के दौरान पांच लोग ही अंदर कमरे में रह सकते हैं, इसलिए गांधी परिवार के पांच सदस्यों को अंदर रखने के लिए खड़गे को बाहर रख दिया गया। गांधी परिवार और कांग्रेस ने पहले भी दलितों का अपमान किया। इससे पहले सीताराम केसरी के साथ भी अपमानजनक व्यवहार किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सांसद होने के बावजूद वायनाड में आई भयानक आपदा के समय एक पैसा भी डोनेट नहीं किया और ना ही इतने अमीर गांधी परिवार के किसी सदस्य ने कोई डोनेशन दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी स्वयं यह कह चुके हैं कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है। राहुल गांधी तो मुस्लिम लीग को भी सेक्युलर पार्टी बता चुके हैं। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक तौर पर वहां उनकी पार्टी को कोई कंधा देने वाला नहीं है।