नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के सरकार के फैसले पर गुरुवार को प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इससे भगवान बुद्ध के विचारों में विश्वास रखने वालों में खुशी की भावना जागृत हुई है।
मोदी ने कोलंबो में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) द्वारा आयोजित ‘पाली एक शास्त्रीय भाषा’ विषय पर पैनल चर्चा में भाग लेने वाले विभिन्न देशों के विद्वानों और भिक्षुओं को भी धन्यवाद दिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘इंडिया इन श्रीलंका’ हैंडल के पोस्ट के जवाब में मोदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि पाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के भारत सरकार के फैसले ने भगवान बुद्ध के विचारों में विश्वास रखने वालों में खुशी की भावना जगाई है। कोलंबो में इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले विभिन्न देशों के विद्वानों और भिक्षुओं का मैं आभारी हूं।”
इससे पहले ‘इंडिया इन श्रीलंका’ ने एक्स पोस्ट में लिखा, पाली को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देने के भारत के हालिया फैसले का स्वागत करते हुए आईसीसीआर कोलंबो ने ‘पाली एक शास्त्रीय भाषा के रूप में’ विषय पर एक पैनल चर्चा की मेजबानी की। मुख्य अतिथि के रूप में श्रीलंका में भारत के उप उच्चायुक्त डॉ. सत्यंजल पांडे और अन्य ने भाग लिया।