नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने संविधान को भारतीय लोकतंत्र की जीवन रेखा बताते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश की जनता के संवैधानिक अधिकारों को कुचल रहे हैं।
खडगे ने संविधान दिवस पर आज अपने संदेश में कहा “भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा है। हम 74वें संविधान दिवस को मनाते हुए इसके निर्माताओं के कृतज्ञ हैं और उनके प्रति अत्यंत श्रद्धा से सर नवाते हैं – क्योंकि उन्होंने हमारे संविधान में प्रत्येक भारतीय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की गारंटी दी है।”
उन्होंने कहा , “ इन गारंटियों के बावजूद आज हमारे संविधान की भावना के समक्ष अनेक चुनौतियां सामने आकर खड़ी हो गई हैं और लोगों को इन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। देश का वर्तमान शासन संविधान में निहित सभी स्वतंत्रताओं को कुचलने और कम करने के लिए हर चाल चल रहा है। असहमति को दबाया जा रहा है और संस्थाओं को सत्तावादी व्यवस्था लागू करने के खेल में मोहरा बनाया जा रहा है। यही नहीं सामाजिक परिवर्तनों की आड़ में नफरत को परोसा जा रहा है।”
खडगे ने कहा “आरएसएस भाजपा संविधान पर व्यवस्थित और तीखा हमला करने के लिए सरकारी मशीनरी के हर नट और बोल्ट का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग कर रहे है। ऐसा लगता है कि हम जल्द ही उस चरम बिंदु पर पहुंच जाएंगे जहां सामाजिक न्याय और सद्भाव खत्म हो जाएगा और कमजोर वर्गों के डारे अधिकार धीरे-धीरे छीन लिए जाएंगे। यह विभाजन और नफरत की इस राजनीति के खिलाफ खड़े होने का समय है।”
उन्होंने कहा “कांग्रेस इस लड़ाई को आगे बढ़कर लड़ रही है। पार्टी नेता राहुल गांधी ने शांति,एकता, सौहार्द और करुणा का संदेश फैलाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व किया। अधिक लोगों, अधिक राज्यों और समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने के लिए उनकी यात्रा जारी है। संविधान और उसके मूल्यों पर होने वाले हमले को लेकर प्रत्येक नागरिक को सवाल उठाना चाहिए। हम बिना किसी डर के लड़ने और अपने लोकतंत्र की रक्षा करने में सक्षम हैं। आज अंग्रेज़ों से निडर होकर लड़ने वाले अपने नेताओं से प्रेरणा लेने का दिन है।”
कांग्रेस नेता ने कहा “हम देश को महान संविधान देने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू, बाबा साहेब डॉ. बी. अम्बेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ राजेंद्र प्रसाद, केएम मुंशी, सरोजिनी नायडू, ए कृष्णमूर्ति अय्यर, राजकुमारी अमृत कौर और अन्य प्रमुख नेताओं और महापुरुषो को आज के दिन याद करते हैं। हम उनकी दूरदर्शिता और बुद्धि के ऋणी हैं।”