नई दिल्ली। दारुल उलूम देवबंद द्वारा गजवा ए हिंद को वैधता देने वाले फतवे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा है कि भारत का तालिबानीकरण कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता ।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने दारुल उलूम देवबंद द्वारा गजवा ए हिंद को वैधता देने वाले फतवे को भारतीय संविधान विरोधी और पाकिस्तान परस्त बताते हुए कहा है कि इसका साफ संदेश है कि देवबंद को बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान में विश्वास नहीं है, भारत के संविधान में विश्वास नहीं है।
शुक्ला ने आगे कहा कि इससे पता चलता है कि देवबंद पाकिस्तान परस्ती की भाषा बोल रहा है और भारत का तालिबानीकरण कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
आपको बता दें कि,उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद एक मदरसा होने के साथ ही देश में मदरसों को संचालित करने वाली सबसे बड़ी इस्लामिक संस्था है। इस विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक शिक्षण संस्था ने हाल ही में अपनी वेबसाइट के माध्यम से एक फतवा जारी कर गजवा ए हिंद को इस्लामिक दृष्टिकोण से वैध करार दे दिया है, इसकी काफी आलोचना की जा रही है