मुज़फ्फरनगर। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरा देश शोक में डूबा है, वहीं कुछ विवादित बयानों ने राजनीतिक हलकों में बवाल मचा दिया है। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के पाकिस्तान के पक्ष में कथित बयानों को लेकर भाजपा किसान मोर्चा भड़क उठा। सोमवार को भाजपा किसान मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और नारेबाज़ी करते हुए देशविरोधी बयान देने वालों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की मांग की।
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भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पहलगाम हमले में हमारे जवानों की नृशंस हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। लेकिन दुर्भाग्यवश, इस दुखद समय में कुछ लोग पाकिस्तान का पक्ष ले रहे हैं, जिससे शहीदों के सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि “नेहा सिंह राठौर तो सीधे पाकिस्तान की मीडिया में सुर्खियों में हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी आतंकियों को क्लीन चिट दी है।”
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राजू अहलावत ने आगे कहा कि नरेश टिकैत का बयान भी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था, हालांकि उन्होंने बाद में खेद व्यक्त किया। उन्होंने सवाल उठाया कि “ऐसे बयान क्यों दिए जाते हैं, जिन पर बाद में सफाई देनी पड़े? ऐसे समय में संयम और देश के साथ खड़ा होना जरूरी है।
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उन्होंने राकेश टिकैत के एक बयान को भी आड़े हाथों लिया, जिसमें उन्होंने हत्या की साजिश को देश के भीतर की साजिश बताया था। अहलावत ने कहा कि “अगर ये मोदी सरकार के इशारे पर हुआ है, जैसा विपक्ष कह रहा है, तो कांग्रेस के शासन में जब हजारों लोग मारे गए, तब किसके इशारे पर हुआ?”
भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अमित राठी ने कहा कि “जब पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट है, तब कुछ लोगों के बयान देशविरोधी प्रतीत होते हैं। पाकिस्तान का कोई नागरिक या किसान, हमारे लिए शत्रु के समान है। हमें इजरायल जैसी एकजुटता दिखानी चाहिए, जहां हर नागरिक देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है।”
उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने भी आतंकवाद के खिलाफ खुलकर बयान दिए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि यह मामला हिंदू-मुस्लिम नहीं बल्कि राष्ट्रहित का है।