पूर्व घोषणा के अनुसार भारतीय किसान यूनियन की एसएसपी ऑफिस पर पंचायत शुरू हुई, जिसमें हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर सवार होकर पंचायत में पहुंचे। शहर में चारो ओर ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर दिखाई दिये, जिस कारण भीषण जाम लगा रहा और लोगों को परेशानी उठानी पडी।
भाकियू की सबसे बड़ी मांग भसाना शुगर मिल पर बकाया 160 करोड़ रूपये के गन्ना भुगतान को लेकर रही, इसके अलावा किसानों पर फर्जी मुकदमें व गन्ना तौल केन्द्र निर्धारण में अनियमितता व घटतौली की समस्या को लेकर भी पंचायत में वक्ताओं ने अपनी बात रखी। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ नरेश टिकैत, भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत, युवा नेता गौरव टिकैत, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा समेत सभी वरिष्ठ नेताओं ने पंचायत में अपने विचार रखे।
दोपहर 12 बजे तक ही हजारों की भीड़ पंचायत स्थल व उसके आसपास जमा हो गई थी। इस दौरान कडी सुरक्षा व्यवस्था रही और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। शाम लगभग चार बजे एडीएम ई नरेन्द्र बहादुर सिंह व एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापति एसएसपी ऑफिस परिसर में चल रही पंचायत में किसानों के बीच पहुंचे और भाकियू के वरिष्ठ नेताओं से वार्ता की, जिसमें तय हुआ कि भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल जायेगा और डीएम-एसएसपी से लोकवाणी भवन में वार्ता करेगा, जिसके पश्चात डीएम-एसएसपी पंचायत में आकर लोगों के बीच अपनी बात कहेंगे।
तत्पश्चात भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा के नेतृत्व में 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल लोकवाणी भवन में वार्ता के लिये पहुंचा, जहां पर जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी, एसएसपी संजीव सुमन, एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापति के साथ गन्ना अधिकारी भी मौजूद रहे। लगभग आधा घंटा वार्ता के पश्चात डीएम-एसएसपी पंचायत स्थल पर पहुंचे और वार्ता में तय हुई बातें किसानों के सामने बताई।
जिलाधिकारी ने भसाना शुगर मिल पर बकाया 160 करोड़ रूपये का भुगतान 5 नवम्बर तक कराने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा तितावी, खतौली, देवबंद व थानाभवन मिल के गन्ना तौल केन्द्र को किसानों की सुविधा के अनुसार स्थापित कराने का भी आश्वासन दिया। पुरकाजी खादर की जमीन को लेकर चल रही समस्या के निस्तारण, चकबंदी विभाग को लेकर चल रही किसानों की दिक्कतों को भी दूर कराने के साथ ही विद्युत विभाग की छापेमारी की समस्या का भी समाधान कराने का आश्वासन दिया।
इस दौरान एसएसपी संजीव सुमन ने भी अपनी बात किसानों के बीच रखी। एसएसपी ने कहा कि वह लगातार अपने ऑफिस में बैठते है और जो भी अपनी समस्या लेकर आता है, उसका समाधान अवश्य करते हैें। किसानों की समस्याओं को लेकर पहले भी दो बार वार्ता हुई है और जो भी समस्याएं है उनका निस्तारण कराया जायेगा। शासन स्तर की समस्याओं का समाधान भी शासन से कराया जायेगा, जिसमें कुछ फर्जी मुकदमों को लेकर मामले हैं, उनके बारे में भी जांच कराई जायेगी।
एसएसपी ने कहा कि उन्होंने सभी का सम्मान किया है और किसी के भी सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाई है, आगे भी वह इस बात का ध्यान रखेंगे कि किसी के सम्मान को ठेस न पहुंचे। दोनों अधिकारियों द्वारा पंचायत में अपनी बात रखने के बाद राकेश टिकैत ने भी किसानों की समस्याओं को उठाया, जिसमें सबसे बडी समस्या किसान दिवस न होने को लेकर रही, जिस पर डीएम ने किसान दिवस कराने की बात कही। बिजली व चकबंदी की समस्या के साथ ही बकाया गन्ना भुगतान व घटतौली को लेकर मिले आश्वासन पर भी गंभीरता से काम करने की नसीहत दी।
अंत में भाकियू अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत पंचायत के समापन की घोषणा करने के लिये बोलने को उठे, तो उन्होंने अपनी पूरी भड़ास डीएम-एसएसपी पर उतार दी। चौ. टिकैत बोले कि प्रशासन के अंदर, जो अहम था, उसे आज पंचायत के माध्यम से तोड़ दिया गया है। उन्होंने डीएम-एसएसपी को कहा कि यहां आपकी नहीं, हमारी चलेगी। अधिकारी भाजपा नेताओं के दबाव में ज़्यादा काम कर रहे हैं और काफी दिनों से केवल भाजपा नेताओं की ही सुनी जा रही है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने देंगे। यह चेतावनी यहीं के लिए नहीं है, पूरे प्रदेश में ही इसकी शुरूआत हो गई है और अब हम किसी भी हद से गुजर जायेंगे।
उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी गाडी पर यदि भाजपा का झंड़ा दिखाई दे गया, तो उसका इलाज कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम कभी भी किसी गलत काम की सिफारिश नहीं करेंगे, लेकिन अधिकारी भी राजनीतिक दबाव में कोई गलत काम न करें। भाकियू कार्यकर्ताओं का उत्पीडऩ किया गया, तो प्रशासन की ईट से ईट बजा देंगे। चौ. नरेश टिकैत के भाषण के दौरान डीएम-एसएसपी शांत होकर सुनते रहे और भाकियू कार्यकर्ता पूरे जोश में नारेबाजी करते रहे। इसके बाद चौ. नरेश टिकैत ने पंचायत के समापन की घोषणा कर दी।