बुलंदशहर। बुलंदशहर में गरीबों के लिए जारी राशन की कालाबाजारी के मामले में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह के पिता रविंद्र सिंह, विभाग के निरीक्षक, राशन माफिया समेत सात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले में डीएम की ओर से जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने आरोपियों के खिलाफ कोतवाली देहात में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अधिकारी ने बताया कि जांच टीम ने पाया कि खाद्य विपणन विभाग के अधिकारियों ने मिलीभगत कर लगभग 3 हजार क्विंटल गरीब कल्याण राशन की कालाबाजारी की गई। इसमें विभाग के निरीक्षक, परिवहन ठेकेदार, राशन माफिया और कुछ प्राइवेट कर्मचारी शामिल थे। उन्होंने गबन किए गए राशन को निजी स्तर पर बेचा और प्राइवेट पैकिंग में कुछ राशन डीलरों तक भी पहुंचाया।
तीन सप्ताह की जांच के बाद टीम ने 3,408 पेज की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की। इसके आधार पर खाद्य विपणन अधिकारी ने कोतवाली देहात में भाजयुमो जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह के पिता रविंद्र सिंह, विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार, प्राइवेट कर्मचारी अंकुर, राशन माफिया वकील खां, लेबर ठेकेदार शिब्बू, ट्रैक्टर चालक पिंकी और पवन के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।
विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार के बयानों से पता चला है कि ठेकेदार रविंद्र सिंह ने अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया और प्राइवेट कर्मचारियों से कार्य कराया। प्राइवेट कर्मचारी अंकुर ही ऑनलाइन फीडिंग करते हुए टीसी और डीसी जारी करता था। वह लेबर ठेकेदार, राशन माफिया और ट्रक चालकों के संपर्क में भी था। इस घोटाले के सामने आने से पूरे प्रदेश में गरीब कल्याण योजनाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं।