नई दिल्ली। शुक्रवार की शाम को लोकसभा चुनाव के मोर्चे से बड़ी खबर आई है। खबर यह है कि लोकसभा चुनाव की घोषणा से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बड़ा खेला हो गया है। PM मोदी को भाजपा का प्रचार करने के लिए एक प्रदेश में रोड शो की परमिशन नहीं मिली है।
दरअसल यह पूरा मामला लोकसभा चुनाव-2024 से जुड़ा हुआ है। चुनाव में भाजपा का प्रचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रोड शो करते रहते हैं। PM मोदी का ऐसा ही एक रोड शो 18 मार्च को तमिलनाडु प्रदेश में होने वाला था। तमिलनाडु की सरकार तथा वहां की पुलिस ने PM मोदी के साथ खेला कर दिया और रोड शो करने की परमिशन नहीं दी है।
प्रशासन ने नहीं दी परमिशन
बताया जाता है कि तमिलनाडु के कोयंबटूर प्रशासन ने बीजेपी को यहां प्रस्तावित पीएम मोदी के रोड शो की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। दरअसल लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को कोयंबटूर सिटी पुलिस को एक ज्ञापन सौंपकर 18 मार्च को PM मोदी के 3.6 किलोमीटर लंबे रोड शो की मेजबानी करने की अनुमति मांगी थी। कोयंबटूर प्रशासन ने विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
भाजपा तथा PM मोदी का प्रस्तावित रोड शो आरएस पुरम में समाप्त होना था। आरएस पुरम वही जगह है जहां 1998 में सिलसिलेवार धमाके हुए थे। इसके अलावा, कोयंबटूर की सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए किसी भी राजनीतिक दल या समूह को रोड शो की अनुमति नहीं दी गई है। यह रोड शो लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी के दक्षिण भारत दौरे का हिस्सा था। भाजपा ने इस टेक्सटाइल सिटी में 3.6 किलोमीटर लंबे रोड शो की अनुमति मांगी थी प्रशासन का कहना है कि 18 और 19 मार्च को छात्रों की सार्वजनिक परीक्षाएं भी होंगी और जिस जगह पर रोड शो प्रस्तावित है उस रास्ते में कई स्कूल भी स्थित हैं।
आर एस पुरम में वही जगह है जहां 14 फरवरी 1998 को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का कार्यक्रम प्रस्तावित था और वहां सिलसिलेवार बम धमाके हो गए थे। धमाकों से कुछ घंटे पहले आडवाणी ने अपनी बैठक रद्द कर दी। बाद में सभा स्थल के करीब विस्फोटकों से लदी एक कार मिली थी। भाजपा राज्य सरकार से उस स्थान पर बम विस्फोटों में जान गंवाने वाले लोगों के लिए एक स्मारक बनाने की मांग कर रही है।