Friday, April 26, 2024

बृजभूषण पर जिस नाबालिग की वजह से लगी पॉक्सो, उसी के चाचा ने पलटी कहानी, पहलवानों पर लगाए गंभीर आरोप

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नई दिल्ली। कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ आ गया है। एक तरफ जहां पहलवान यौन शोषण एवं पॉक्सो के गंभीर आरोपों में बृजभूषण की गिरफ्तार पर अड़े हुए हैं, वहीं दूसरी ओर नाबालिग के चाचा ने कहानी पलट दी है।

जिस कथित नाबालिग लड़की के यौन शोषण को लेकर बृजभूषण पर पोक्सो की धरा लगी है, उसी के चाचा ने कहा है कि उनकी भतीजी नाबालिग नहीं है और उसे भाजपा सांसद के खिलाफ बस मोहरा बनाया जा रहा है।

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रोहतक में प्रेसवार्ता कर कथित नाबालिग के चाचा ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले खिलाडी बड़ी साज़िश कर रहे हैं। वे जातिवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ आंसू दिखाकर खापों को भी गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। चाचा ने आरोप लगाया है कि पहलवान उनके बड़े भाई को बरगलाने के साथ भतीजी को भी इसमें इस्तेमाल कर रहे हैं।

नाबालिग के चाचा ने कहा कि प्रदर्शनकारी सुन लें, यह पॉक्सो का मामला नहीं है क्योंकि मेरी भतीजी बालिग है। और अगर हमारे घर की बेटी के साथ कुछ गलत हो जाता तो हमारा परिवार चुप बैठने या मामले को छिपाने के बजाय आर-पार की लड़ाई लड़ता।

उन्होंने बताया कि उनकी भतीजी को इस मामले में घसीटे जाने की जानकारी परिवार को तब मिली जब दस दिन पहले दिल्ली पुलिस छानबीन करने रोहतक आई। पुलिस ने परिवार को बच्ची के मरने का प्रमाण पत्र दिखाते हुए उसके बारे में पूछा, तब परिवार को सारे मामले की जानकारी हुई। परिवार ने बताया की बच्ची सही सलामत है। पता चला कि यह प्रमाण पत्र पंजाब से बनवाया गया है, जिससे साबित होता है कि पंजाब के कुछ पहलवान भी इस साजिश में शामिल हैं। इसमें और कौन शामिल है यह पुलिस की जांच में सामने आ जाएगा।

चाचा ने कहा कि जब से यह मामला सामने आया है, उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्हें इस मामले की पहले कानो-कान खबर नहीं हुई लेकिन अगर उन्हें यह पहले पता चल जाता तो वो पहलवानों की ‘ऐसी-तैसी’ कर देते।

उन्होंने कहा कि मामला राजनीति से प्रेरित लग रहा है और वो इन प्रदर्शनकारी पहलवानों को सजा ज़रूर दिलवाएंगे। उन्होंने पहलवानों से यह भी कहा की उन्हें कानून का गलत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

लड़की के चाचा ने यह भी बताया कि चार माह पहले रोहतक बस स्टैंड के पास के एक अखाड़ा संचालक ने नौकरी का हवाला देते हुए उनको भी इस मामले में जोड़ने का प्रयास किया था। वो तो नहीं मानें, लेकिन उनके बड़े भाई को गुमराह कर इन लोगों ने अपने साथ कर लिया। इसमें प्रदर्शन करने वाले कुछ पहलवान भी शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार, रोहतक के स्कूल से मिले जन्म प्रमाण पत्र से लड़की के बालिग होने की पुष्टि हुई है। इस आधार पर माना जा रहा है कि पुलिस अब बृजभूषण शरण सिंह पर से पाक्सो की धारा हटा देगी और सिर्फ यौन शोषण मामले की जांच की जाएगी।

बता दें कि नए संसद के उद्घाटन वाले दिन अपने साथ हुए बर्ताव के बाद गत दिवस प्रदर्शनकारी पहलवान अपने मेडल गंगा में बहाने पहुंचे थे पर किसान नेता नरेश टिकैत ने उन्हें समझाया, जिसके बाद पहलवानों ने अपने मेडल नरेश टिकैत को सौंप दिए। इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, खिलाड़ी अपना मेडल गंगा जी में बहाने गए थे, लेकिन गंगा जी की जगह उन्होंने मेडल (नरेश) टिकैत को दे दिया। यह उनका स्टैंड है। मैं क्या कर सकता हूं?

उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारी पहलवान 18 जनवरी को पहली बार दिल्ली के जंतर मंतर में धरने पर बैठे थे। उन्होंने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों के साथ बात की और 21 जनवरी के दिन धरना खत्म कर दिया गया था। आरोपों पर जांच के लिए समिति बना दी गई। अप्रैल तक जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट जारी कर दी, लेकिन रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया। ऐसे में पहलवान 23 अप्रैल को फिर जंतर मंतर में धरने पर बैठ गए। पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। इसके बाद बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की। एक एफआईआर पाक्सो एक्ट के तहत दर्ज की गई थी।

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