मुजफ्फरनगर। शहर की महत्वपूर्ण अंसारी रोड पर चल रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य ने स्थानीय जनता के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। लोक निर्माण विभाग के अधीन हो रहे इस कार्य में ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा अब मरीजों और अस्पताल स्टाफ को भुगतना पड़ रहा है। ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा पेयजल लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिए जाने से क्षेत्र के कई अस्पतालों में जल संकट पैदा हो गया है। भीषण गर्मी में जल आपूर्ति बाधित होने से जमील नर्सिंग होम, डॉ. नूर अली क्लिनिक और डॉ. अरविंद सैनी के अस्पताल जैसे प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में हाहाकार की स्थिति बन गई है।
मरीजों और तीमारदारों को न केवल पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है, बल्कि अस्पताल का दैनिक कार्य भी बाधित हो गया है। डॉ. नूर अली के अस्पताल से दो युवकों ने नगर पालिका जाकर इस समस्या के त्वरित समाधान की मांग की, लेकिन पाइपलाइन सरकारी होने के कारण कोई निजी प्लंबर मरम्मत के लिए तैयार नहीं हुआ। नगर पालिका परिषद ने लगभग 90 लाख रुपये की लागत से यह कार्य ठेकेदार ढहऊ को सौंपा था।
कार्यवाहक अवर अभियंता कपिल कुमार ने जानकारी दी कि पेयजल आपूर्ति की पाइपलाइन टूटने की सूचना उन्हें प्राप्त हुई है, लेकिन चूंकि यह निर्माण कार्य सीधे तौर पर लोक निर्माण विभाग के अधीन है, इसलिए मरम्मत की जिम्मेदारी वहीं की बनती है। जलकल विभाग की टीम ने शुक्रवार को मरम्मत कार्य आरंभ करने की बात कही है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अंसारी रोड की साइड पटरियों को एक माह पूर्व उखाड़कर अधूरा निर्माण कार्य छोड़ दिया गया था। अब जब दोबारा मरम्मत शुरू हुई तो तकनीकी सावधानी न बरतने के कारण जल आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। लोगों ने संबंधित विभागों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लापरवाही जन जीवन को प्रभावित कर रही है और तुरंत सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए।