मुजफ्फरनगर। जिला कचहरी परिसर में दिनोंदिन बढ़ती वाहन भीड़ और अव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था अब अधिवक्ताओं के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है। डीएम कार्यालय, कलक्ट्रेट और बार कार्यालय के आसपास वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था न होने के कारण अधिवक्ताओं की बैठने की जगहों तक गाड़ियों की भरमार हो जाती है, जिससे न केवल आवाजाही बाधित होती है, बल्कि तनावपूर्ण माहौल भी बन रहा है।
भीड़भाड़ के कारण कई बार अधिकारियों की गाड़ियों को भी निकालने में कठिनाई आती है। इस अव्यवस्था के बीच अब जानबूझकर वाहन क्षतिग्रस्त करने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे अधिवक्ताओं में नाराजगी है।
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गुरुवार को एक अधिवक्ता जब अपनी स्पलैंडर बाइक लेने पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि उसकी सीट पूरी तरह से फाड़ी गई है। सीट कवर को जिस तरह से क्षतिग्रस्त किया गया था, उससे यह स्पष्ट होता है कि यह घटना शरारत के इरादे से की गई थी। अधिवक्ता ने इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कर अपनी नाराजगी व्यक्त की और बताया कि पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने के कारण उन्हें मजबूरी में बाइक अधिवक्ताओं की सीटों के पास खड़ी करनी पड़ती है।
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इसी तरह, एक अन्य अधिवक्ता ने शिकायत की कि जब वे सिविल बार के बाहर से अपनी बाइक लेने पहुंचे, तो बाइक का अगला टायर पंक्चर मिला। ये घटनाएं कचहरी परिसर में बढ़ती असुरक्षा और पार्किंग अव्यवस्था की ओर संकेत करती हैं।
इन घटनाओं के बाद अधिवक्ताओं में सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता देखी जा रही है। कई अधिवक्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि कचहरी परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और वाहन पार्किंग के लिए अलग और सुव्यवस्थित स्थान निर्धारित किया जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ही उचित समाधान करें, ताकि न्यायिक कार्य से जुड़े लोगों को एक सुरक्षित और व्यवस्थित वातावरण उपलब्ध हो सके।