चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने दुष्प्रचार को फैलने से रोकने के उद्देश्य से सम्राट मिहिर भोज के बारे में ऐतिहासिक तथ्यों की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है।
इस आशय का आदेश मुख्य सचिव संजीव कौशल ने शुक्रवार को यहां जारी किया। आदेश के अनुसार, करनाल के मंडलायुक्त समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि करनाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक इसके उपाध्यक्ष होंगे और कैथल के उपायुक्त इसके सदस्य सचिव होंगे।
कैथल के पुलिस अधीक्षक, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के इतिहास के दो प्रोफेसर राजीव लोचन और प्रियतोष शर्मा तथा दोनों समुदायों के प्रतिनिधि के रूप में दोनों पक्षों के दो वकील गुर्जर और क्षत्रिय इसके सदस्य होंगे। समिति चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
आपको बता दे कि पिछले काफी दिनों से सम्राट मिहिर भोज को लेकर गुर्जर और क्षत्रिय समाज में विवाद चला आ रहा है दोनों ही पक्ष उन्हें अपना पूर्वज बताते है जिसके चलते यह समिति बनाई गयी है।