नोएडा। अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर में वायरस डालकर उनसे करोड़ की ठगी करने वाले एक कॉल सेंटर का पुलिस ने खुलासा कर 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए युवक विदेशी नागरिकों के कम्प्यूटर पर फर्जी लिंक भेजकर उनके सिस्टम को हैक करके उसी लिंक में टैक सपोर्ट के लिए एक फर्जी हैल्पलाइन नंबर प्रदर्शित कर देते हैं, जिससे उपभोक्ता परेशान होकर प्रदर्शित हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करता है। जिसके साथ अभियुक्त ठगी करते थे।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि थाना सेक्टर-39 व साइबर टीम पुलिस ने एक सूचना के आधार पर सेक्टर-108 में चल रहे एक कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यहां से बीओआईपी कॉल, टीएफएन व सोफ्टफोन के माध्यम से विदेशों में रह रहे व्यक्तियों के साथ ऑनलाइन धोखाधडी करके अनाधिकृत रुप से अवैध पैसा कमाने वाले गैंग के 14 अभियुक्तों गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 18 लैपटॉप, 1 इण्टरनेट राउटर, 2 इन्टरनेट नेटवर्क स्विच, 4 चार पहिया वाहन व 17 हेडफोन बरामद किये गये है। उन्होंने बताया कि मौके से पुलिस ने प्रिंस पुत्र अनिल चैधरी, राम राठौर पुत्र सुशील कुमार, वैभव अरोडा पुत्र संजीव अरोडा, तन्सुल सोलंकी पुत्र सुरेश सोलंकी, अंकित पन्त पुत्र आशीष पन्त, कौशिक सैन पुत्र संजय सैन, शिवम शर्मा पुत्र ओमप्रकाश शर्मा, ध्रुव चोपडा पुत्र योगेन्द्र चोपडा, सारांश दुआ पुत्र मदन दुआ, नवजोत सिंह पुत्र हरशरण सिंह, विक्की पुत्र गुलाब सिंह, मौ. नादिर, वैभव गौड़ पुत्र बाबुराम गौड़, सौरभ अवस्थी पुत्र सतेन्द्र अवस्थी, आदि को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने 4 कार ,18 लैपटॉप, 17 हेडफोन, नेट का राउटर आदि बरामद किया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग अमेरिका और अन्य देशों में रहने वाले लोगों के कंप्यूटर में वायरस डाल देते हैं, तथा उसे ठीक करने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने करोड़ों रुपए की ठगी करने की बात स्वीकार की है।