मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के नाम से फर्जी पैनल बनाकर नियुक्ति और समायोजन दर्शाने वाले सात शिक्षकों के खिलाफ थाना छपार और सिविल लाइन पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। चयन बोर्ड की जांच में शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी मिली है।
आपको बता दें की साल 2016 की भर्ती में खाली रह गए पदों में सेंधमारी की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने बताया। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज में है हमारे यहां जितने भी प्रवक्ता और एलटी ग्रेड टीचर की भर्ती होती है उसी के माध्यम से होती है तो उसमें जो नॉर्मल पैनल आता है नॉर्मल पैनल के बाद यदि कोई कैंडिडेट ऐसा होता है जिसकी नियुक्ति किसी कारण से उस विद्यालय में जो उसको अलॉट हुआ है। उसमें नहीं हो पाती हैं। तो ऐसे कैंडिडेट को प्रदेश में जहाँ पर भी उसके विषय का पद खाली होता है।
वहां पर उसको समायोजित किया जाता है वहां पर यह पैनल भेजा जाता है पैनल नार्मल साइट पर भी होता है और चयन बोर्ड की ईमेल से भी भेजा जाता है चयन बोर्ड से 3 लोगों की रजिस्टर्ड आई जिनमें विकास तिवारी विवेक कुमार शुक्ला और राजकुमार इन तीन लोगों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हुई और इनकी नियुक्ति मुजफ्फरनगर जिले के बरला इंटर कॉलेज में कर दी गई लेकिन उनका वेबसाइट पर कुछ था नहीं उसको कंफर्म करने के लिए और वेबसाइट पर कहीं दिखाई नहीं पड़ रहा है और इन लोगों को हमने मुजफ्फरनगर में ज्वाइन करा दिया है तो इसकी पुष्टि करने के लिए चयन बोर्ड को पत्र भेजा चयन बोर्ड से पुष्टि होकर आ गया कि तीनों लोग फर्जी है और इस तरह का कोई पैनल जारी नहीं किया गया है चयन बोर्ड के सचिव ने निर्देशित किया कि इनके खिलाफ संबंधित थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया जाए, कि इसी तरह के 4 लोगों के और पैनल रजिस्टर्ड डाक से आए और उन्हें हमने ज्वाइन नहीं कराया क्योंकि पहले वालों की ही पुष्टि नहीं हो पाई थी उसी के तहत हमने इन चारों के पैनल भी चयन बोर्ड के पास वेरिफिकेशन के लिए भेजें तो उन 4 लोगों की भी पुष्टि होकर चयन बोर्ड से आ गया कि यह भी फर्जी है और इनकी भी F.I.R. कराई जाए और दो-तीन लोग जो ज्वाइन कर लिए थे।
उनका वेतन जारी नहीं किया गया था क्योंकि पुष्टि ही नहीं हो पाई थी ऐसी स्थिति में ज्वाइन कर लिया था तो संबंधित के विद्यालय के मैनेजर में छपारा थाने में तीनों की F.I.R करा कर समिति में प्रस्ताव पास करके सेवा को समाप्त कर दिया है और पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है 4 लोगों की F.I.R थाना सिविल लाइन में कराई गई है उन्होंने बताया कि जो 4 लोगों के नाम बताए थे उनमें एक नाम मार्कंडेय राव है क्रांति कुमार कॉल है उत्तम कुमार है और गोपीचंद है।
इन पर भी कार्यवाही हो गई है उन्होंने इस प्रकरण में किसी बड़े गैंग का हाथ होने का अंदेशा जताते हुए कहा कि कुछ एक्सपर्ट लोग हैं जो चयन बोर्ड की प्रक्रिया को जानते हैं जिन्हें इस तरीके की समझ है की किस-किस तरीके से यह पैनल बनते हैं। और यह लोग शिक्षा व्यवस्था में इस तरीके से नासूर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और हमने मुजफ्फरनगर जनपद से के खिलाफ शुरुआत की है और सख्त से सख्त कार्यवाही के लिए हमने कदम उठा लिया है और आगे भी जनपद में इस तरह की चीज होने नहीं देंगे और भविष्य में सतर्क में रहेंगे कोई भी पैनल इस तरह का आएगा तो उसकी पहले वेरिफिकेशन कराएंगे उन्होंने कहा कि जो पकड़े गए हैं उनके टीचरों को हमने बुलवाया था। और वह लोग ज्वाइन कर चुका है उनको हमने यहां पर रेस्ट नहीं करवाया उसकी प्रक्रिया अलग होती है तो इन लोगों ने हल्का सा यह इंडिकेशन दिया है कोई व्यक्ति है जो बुलंदशहर का रहने वाला है उसको उन्होंने एक बड़ा अमाउंट नौकरी दिलवाने के नाम पर दिया है उन्होंने कहा कि है एक बहुत बड़ा गोरखधंधा चल रहा है बड़ा रैकेट हो सकता है जो समायोजन के नाम पर लोगों से पैसा ऐंठ रहा है और इसमें जिन लोगों को भेजा गया है।
उन लोगों के रिजल्ट हम लोगों ने चेक कर आए तो उनके रिजल्ट से पता चलता है कि उनकी तो मेरिट कहीं से कहीं तक है ही नहीं और कुछ कैंडिडेट तो ऐसा है जिसमें उनका रिजल्ट ही नहीं है उन्होंने कहा कि यह फर्जी वेरिफिकेशन किया गया है जो कि एक सामाजिक अपराध भी है तो ट्रैफिक व्यवस्था में सेंधमारी की कोशिश है और सहम इसको सफल नहीं होने देंगे। और हम दोबारा से 16 और 2021 में जो बेंच आए थे फिर से एक बार फिर वेरिफिकेशन करा रहे हैं हालांकि वह सभी हमारी वेबसाइट और ईमेल पर भी है लेकिन फिर भी एहतियात कल सभी स्कूलों में 2016 और 2021 बैंच के टीचरों के रिकॉर्ड वेरिफिकेशन करने के आदेश स्कूल के मैनेजर और प्रिंसिपल को जारी कर दिए है। कि इनका पूरा विवरण इन का रिजल्ट और तहसील प्रमाण पत्र सहित सोमवार तक हमारे कार्यालय में उपलब्ध करवाया जाए l