नई दिल्ली। लोकसभा ने विपक्षी दलों के सांसदों की नारेबाजी के बीच शुक्रवार को वित्त विधेयक 2023 पारित कर दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही भारी शोरगुल के बीच लोकसभा में वित्त विधेयक, 2023 सदन के पटल पर रखा। सदन में चर्चा के बाद वित्त विधेयक को सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही 27 मार्च, सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
वित्त मंत्री ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए केंद्र सरकार के वित्तीय प्रस्तावों को प्रभावी बनाने के लिए लोकसभा में वित्त विधेयक, 2023 पेश किया। लोकसभा से भारी हंगामे के बीच वित्त विधेयक 2023 पारित हो गया। इस दौरान विपक्ष की ओर से लगातार नारेबाजी की जाती रही। नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही 45 मिनट तक चली और निचले सदन ने वित्त विधेयक को पास कर दिया। सीतारमण ने वित्त विधेयक 2023 पर चर्चा के दौरान सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन से संबंधित मुद्दों पर गौर करने के लिए समिति गठित करने का प्रस्ताव दिया। वित्त विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि एलआरएस के तहत विदेशी दौरों के लिए क्रेडिट कार्ड भुगतान पर कब्जा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को देखने के लिए आरबीआई को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा ने एक दिन पहले गुरुवार को विनियोग विधेयक 2023 पारित कर दिया था। संसद में जारी गतिरोध के बीच लोकसभा से विनियोग विधेयक पारित हो गया। इसके साथ ही लोकसभा ने अलग-अलग मंत्रालयों की अनुदान मांगों को भी अपनी मंजूरी दे दी है। विनियोग विधेयक और अनुदान मांगों का प्रस्ताव पारित होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही 24 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।