सोनभद्र। उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के ओबरा थाने में भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने आय से अधिक संपत्ति मामले में चल रही जांच में दो सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों व उनके पत्नियों को दोषी बताते हुये मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिसकर्मियों की पत्नियों के नाम पर ओबरा खनन क्षेत्र में क्रशर प्लांट संचालित होना पाया गया है।
एंटी करप्सन विभाग के निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि पुलिस महानिरीक्षक लोक शिकायत की तरफ से वर्ष 2018 में पुलिस को सौंपी गयी जांच के तहत मुख्य आरक्षी रविंद्र नाथ राय और आरक्षी विनोद कुमार राय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच चल रही थी। जांच के दौरान पाया गया कि विनोद कुमार राय ने अपनी पत्नी मीना राय और रविंद्र नाथ राय ने अपनी पत्नी मुन्नी राय के नाम से न्यू सर्वोदय इंटरप्राइजेज पूर्व नाम आरके इंटरप्राइजेज के नाम से बिल्ली मारकुंडी में क्रशर संचालित है।
इस संबंध में मुख्यालय की तरफ से दोनों लोकसेवकों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति जांच करने के लिए बीते नौ अगस्त 2018 को आदेश किया था। जांच के दौरान पाया गया कि डायल 100 में तैनात आरक्षी विनोद कुमार राय निर्धारित अवधि में शुद्ध वेतन, अतिरिक्त वेतन, बोनस, पत्नी के व्यवसाय, लोन तथा ब्याज से हुए आय से एक करोड़ 35 लाख 32 हजार 812 रुपये अर्जित किया। इसी अवधि में आरोपित ने चल, अचल संपत्ति, निवेश, पारिवारिक भरण पोषण व अन्य मदों पर कुल एक करोड़ 79 लाख 88 हजार 737 रुपये व्यय किया गया। निर्धारित अवधि में आरोपित विनोद कुमार राय ने सभी स्रोतों द्वारा अर्जित वैध आय से लगभग 44 लाख 55 हजार से अधिक खर्च किया है। इस संबंध में पूछताछ के दौरान विनोद कुमार राय ने कोई भी उचित स्पष्टीकरण नहीं दे पाए।
इसी प्रकार से मुख्य आरक्षी रह चुके रविंद्र नाथ राय ने भी अपने वैध श्रोतों से अर्जित आय 43 लाख 46 हजार दो सौ बाइस के अनुपात में सभी चल, अचल सम्पत्तियों, निवेश और सभी मदों पर 73 लाख 22 हजार 26 रुपये खर्च किए, जो वैध स्रोतों से अर्जित आय से कुल 29 लाख 75 हजार से ज्यादा है। आरोपित रविंद्र नाथ राय ने भी इस सम्बन्ध में कोई उचित स्पष्टीकरण नहीं दिया। ओबरा पुलिस ने शिकायतकर्ता निरीक्षक एंटी करप्सन अशोक कुमार सिंह की तहरीर पर चारों आरोपितों के खिलाफ सबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना एंटी करप्सन वाराणसी को सौंप दिया।