गाजियाबाद। इंदिरापुरम के वसुंधरा सेक्टर-9 में रहने वाले उद्यमी से जमीन दिलाने के नाम पर करीब 2.28 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने करीब साढ़े चार माह बाद रिपोर्ट दर्ज की है। ठगों ने उद्यमी को मणिपुर हिंसा के मामले में फंसाने की धमकी दी थी। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। शिशु रंजन की साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार में पोर्टेबल बिल्डिंग स्ट्रक्चर बनाने की फैक्टरी है। उन्होंने शिकायत में बताया कि उन्हें आसपास के जिलों में जमीन की तलाश थी, जिसके लिए उनके चालक सुमित ने दो साल पहले एक व्यक्ति से बात कराई थी।
सभी उसे भैया कहकर बुलाते थे। भैया ने उन्हें बागपत व जेवर में जमीन दिलाने का आश्वासन दिया और जमीन के सौदे को लेकर रकम मांगी। सुमित के कहने पर उन्होंने रुपये देने शुरू कर दिए। आठ से 10 लाख रुपये लेने के बाद सुमित व भैया ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। दोनों अलग-अलग साथियों से बात करा धमकाते रहते और इसी बहाने उनसे और भी रुपये लिए। आरोपियों ने एक साल में उनसे करीब 2.28 करोड़ रुपये ले लिए।
रुपये वापस न करने और जमीन न दिलाने पर उन्होंने सुमित को काम से निकालने की बात कही तो इस पर उन्हें अनजान नंबर से धमकी मिली। इसके बाद उन्हें एक अनजान नंबर से एनआईए का अधिकारी बनकर भी फोन किया गया। कहा कि तुमने सुमित और भैया को जो रुपये दिए हैं, उनका उपयोग मणिपुर हिंसा में हुआ है। रुपये मांगे तो तुम्हें इस केस में फंसाकर जेल भेज देंगे। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।