गाजियाबाद। आपरेशन त्रिनेत्र के तहत प्रदेश भर में सभी ग्राम पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और लाउडस्पीकर लगाए जाने थे। लेकिन गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव बीतने के बाद भी अभी तक किसी गांव में आपरेशन त्रिनेत्र योजना के तहत सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। हालांकि अधिकारी इसके लिए फरवरी में बैठक होने की जानकारी दे रहे हैं।
आपरेशन त्रिनेत्र योजना से सभी ग्राम पंचायतों को आच्छादित करने के लिए अक्टूबर 2023 में निर्देश जारी किए गए थे। ग्राम पंचायतों में इस योजना के तहत ग्रामों के सार्वजनिक स्थानों, ग्राम सचिवालय, स्कूल-कॉलेजों, मुख्य द्वार, बाजारों, गांच के चौराहों और तिराहो पर सीसीटीवी कैमरे और पब्लिक एड्रेस सिस्टम, लाउडस्पीकर लगने के आदेश दिए थे।
इसका उद्देश्चय ग्रामीण स्तर पर होने वाले अपराधों पर रोकथाम के अलावा गांव में असमाजिक तत्वों पर नजर रखना था। इसी के साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम और लाउडस्पीकर भी लगाने थे।
162 गांव में से किसी में नहीं लागू हुई आपरेशन त्रिनेत्र योजना
जिले में कुल 162 गांव हैं। लेकिन किसी भी गांव में आपरेशन त्रिनेत्र योजना लागू नहीं हुई है। जबकि आसपास के जिलों में आपरेशन त्रिनेत्र योजना बीते छह महीने से लागू कर दी गई है। जिन जिलों की ग्राम पंचायतें आपरेशन त्रिनेत्र योजना से पूर्ण थी। वहां पर लोकसभा चुनाव के दौरान सीसीटीवी कैमरों से प्रशासन को काफी लाभ मिला। लोकसभा चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अशांति और अव्यवस्था से निपटने के लिए इन कैमरों का भरपूर उपयोग किया गया।
बोले अधिकारी
डीपीआरओ गाजियाबाद प्रदीप द्विवेदी ने बताया कि हर ग्राम पंचायत में जरूरत के अनुसार सीसीटीवी कैमरे और पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जाने हैं। इन सभी में पर्याप्त स्टोरेज की व्यवस्था रहेगी। सीसीटीवी कैमरे और पब्लिक एड्रेस सिस्टम पुलिस कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम से संबद्ध किए जाएंगे। सुरक्षा समेत अन्य जानकारी के लिए तत्काल इसका फीडबैक उपलब्ध कराया जाएगा।
चुनाव में निगरानी में सहायक होते हैं गांव में लगे सीसीटीवी कैमरे
जिले में हुए लोकसभा चुनाव में ग्रामों में अगर समय से सीसीटीवी कैमरे और पब्लिक एड्रेस सिस्टम बडे़ सहायक होते। ऑपरेशन त्रिनेत्र योजना में जिले की सभी ग्रामों पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इसकी प्रक्रिया चल रही है। चुनाव बाद जल्द लगवाए जाएंगे।