Friday, November 22, 2024

केंद्र सरकार ने दशकों से लंबित फैसले लेकर कम किया अगली पीढ़ी का बोझ : मोदी

ग्वालियर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2014 के बाद दशकों से लंबित कई फैसले लेकर अगली पीढ़ी का बोझ कम करने का काम किया।

श्री मोदी मध्यप्रदेश के ग्वालियर में सिंधिया स्कूल के 125वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे।

समारोह को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में ‘शॉर्टकट’ भले तात्कालिक लाभ पहुंचा दे, पर ‘लांग टर्म’ सोच ही अंत में लाभ पहुंचाती है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि 2014 में जब देश ने उन्हें प्रधानमंत्री का दायित्व दिया तो उनके सामने दो विकल्प थे। या तो सिर्फ तात्कालिक लाभ के लिए काम करें या लांग टर्म एप्रोच को अपनाएं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने तय किया कि अलग-अलग समयसीमा रख कर उनके लिए काम करेंगे। सरकार ने 10 साल की अवधि में कई अभूतपूर्व फैसले किए और लंबित फैसलों से मुक्त किया।

उन्होंने कहा कि देश में पिछले 60 साल से कश्मीर में धारा 370 को हटाने की मांग थी। उसे सरकार ने हटाया। पिछले 40 साल से पूर्व फौजियों को ‘वन रैंक वन पेंशन’ देने की मांग थी, उसे भी किया गया। 40 साल से जीएसटी की मांग थी, ये भी किया। दशकों से मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ कानून की मांग कर रहीं थीं, वो भी मौजूदा सरकार ने बनाया। कुछ सप्ताह पहले लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के आरक्षण का कानून बनाया।

श्री मोदी ने कहा कि कामों की इतनी लंबी फेहरिस्त है कि पूरी रात बीत जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ये फैसले नहीं लेती तो इसका बोझ आने वाली पीढ़ी पर होता। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ी का बोझ सरकार ने हल्का कर दिया है। सरकार की कोशिश यही है कि युवा पीढ़ी के लिए देश में सकारात्मक माहौल रहे, जिसमें उनके लिए अवसरों की कमी ना हो।

उन्होंने कहा कि उनका दो वजहों से ग्वालियर से विशेष नाता है। एक तो वे काशी के सांसद हैं और काशी की सेवा करने में सिंधिया परिवार की बड़ी भूमिका रही है। सिंधिया परिवार ने गंगा किनारे कई घाट बनवाए हैं और बीएचयू की स्थापना में आर्थिक मदद की। दूसरी वजह ये है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुजरात के दामाद हैं।

उन्होंने कहा कि स्कूल का हर छात्र संकल्प ले कि भारत को विकसित बनाने में हरसंभव योगदान देंगे। उन्होंने स्कूल के कुछ पुराने छात्रों पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, गायक नितिन मुकेश और फिल्म अभिनेता सलमान खान का भी संदर्भ दिया।

प्रधानमंत्री ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे हमेशा ‘आउट ऑफ द बॉक्स’ सोचें। जैसे पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया ने रेल मंत्री रहते हुए देश में शताब्दी ट्रेन शुरु करवाईं। उन्होंने कहा कि इसके तीन दशक बाद तक ऐसी कोई ट्रेन नहीं आईं। अब देश में वंदे भारत ट्रेनों का जलवा है।

उन्होंने नवरात्रि के पावन अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों को नौ टास्क दिए, जो ‘वोकल फॉर लोकल’, स्वच्छता, जल संरक्षण और डिजिटल लेन-देन से जुड़े हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय