Saturday, November 23, 2024

मुजफ्फरनगर में राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के पेशकार को किया निलंबित

 

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में एक बड़ी खबर सामने आई है। जहा राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे ने चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के पेशकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी की जांच मंडलायुक्त सहारनपुर को सौंपी गई है।

 

दरअसल मुजफ्फरनगर में आज राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे का निरीक्षण का कार्यक्रम था इसी को लेकर जिला अधिकारी अरविंद मलप्पा बंगाली के द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई थी, आज कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे का जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगाली व एडीएम के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारियों के द्वारा गुलदस्ता दे स्वागत किया गया। स्वागत के पश्चात राजस्व के अध्यक्ष रजनीश दुबे ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित समस्त विभागों का निरीक्षण किया इसी के साथ-साथ कलेक्ट्रेट परिसर में बने कैंटीन और शौचालय का भी निरीक्षण किया।

 

इस निरीक्षण के दौरान विभागों के साथ-साथ कैंटीन में भी साफ सफाई को लेकर खामियां दिखाई थी और साथ ही एक नए शौचालय के निर्माण कार्य को भी लेकर जिला अधिकारी को आदेश दिए है। निरीक्षण के पश्चात राजस्व के अध्यक्ष रजनीश दुबे के द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित जिला पंचायत सभागार कक्ष में समस्त अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई और बैठक के दौरान सभी को दिशा निर्देश दिए गए।

 

राजस्व परिषद् के अध्यक्ष रजनीश दूबे ने बताया कि मुजफ्फरनगर यूपी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण जिला है। आज यहां पर हम निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। यहां पर कलेक्ट्रेट 150 साल से ज्यादा पुरानी है। अभिलेखागार भी काफी पुराना है। यहां पर एक मॉर्डन रिकॉर्ड रूम की स्थापना करने के लिए नया भवन बनाया जाएगा। इसमें परगनावार गांव और लेखपाल तथा वादों के बस्तों का रखने के तरीकों को भी बदला जायेगा। यहां पर हमने नये मालखाने का शुभारंभ किया गया है। यहां पर काफी पुराने आयु( रखे मिले हैं। इनका रख-रखाव और बेहतर ढंग से किया जायेगा।यहां पर कैंटीन के निरीक्षण के दौरान सफाई का अभाव मिला है। शौचालय को हटवाकर वहां पर नगरपालिका के स्तर से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जायेगा।

 

इस दौरान राजस्व के मामलों को लेकर कहा कि पश्चिम का जिला है, पश्चिम में राजस्व वादों की संख्या पूरब के मुकाबले कम पाये जाते हैं। वादों के निस्तारण की स्थित राजस्व न्यायालयों में संतोषजनक पाया गया ह।यहां पर चकबंदी का काम ठीक नहीं चल रहा है। काफी खामियां मिली है। यहां पर एसओसी कार्यालय में एक वाद के आदेश पर ओवर राइटिंग कर आदेश को बदलने का काम किया गया है।

 

 

इसमें एसओसी न्यायालय के पेशकार बलकौर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने एसओसी चकबंदी विजय कुमार के खिलाफ भी मंडलायुक्त हृषिकेश भास्कर यशोद को भी जांच करने के आदेश दिये गये हैं,साथ ही एसओसी चकबंदी से स्पष्टीकरण तलब करते हुए रिपोर्ट भी मांगी है। दूबे ने बताया कि यहां पर निरीक्षण में गार्ड फाइल का रख-रखाव सही पाया गया है। ईआरके सेक्शन में शासनादेशों के रखरखाव की स्थिति खराब मिली है। इसमें सुधार के निर्देश दिए गए है।

 

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