रांची झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने आज दोपहर बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राजभवन के दरबार हॉल में यहां आयोजित एक सादे समारोह में चंपई सोरेन ने झारखंड के 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।5 फरवरी को मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की सरकार विश्वास मत हासिल करेगी।
इस दौरान सीएम श्री सोरेन सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे। मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री श्री सोरेन की अध्यक्षता में यहां प्रोजेक्ट भवन में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक की पहली बैठक में तीन अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी।
उन्होंने बताया कि पिछली हेमंत सोरेन सरकार ने 9-29 फरवरी के बीच बजट सत्र बुलाया था, इसे विलोपित कर दिया गया है। अब 5-6 फरवरी को झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इसी दौरान श्री सोरेन 5 फरवरी को विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध करेंगे। इसके अलावा राजीव रंजन को फिर एकबार राज्य का महाधिवक्ता नियुक्त किया गया है। कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने यहां यह जानकारी दी।
राज्यपाल ने इसके अलावा कांग्रेस के आलमगीर आलम को झारखंड के मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। साथ ही राज्यपाल ने राजद के सत्यानंद भोक्ता को भी झारखंड के मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। श्री सोरेन के अलावा केवल दो विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल झामुमो गठबंधन दल में शामिल हैं। दोनों दलों के एक-एक विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।
राजभवन में इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महुआ मांझी, झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाब अहमद मीर, पूर्व सांसद सरफराज अहमद,राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह समेत राज्य सरकार के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने शपथ लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह राज्य के मूलवासी और आदिवासी के कल्याण के लिए कार्य करते रहेंगे।
श्री सोरेन राज्य के 12वें मुख्यमंत्री बने हैं। राज्य में रघुवर दास को छोड़कर कोई मुख्यमंत्री अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया । वैसे अलग-अलग अवधियों को जोड़कर सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड अर्जुन मुंडा के नाम दर्ज है।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने कल देर रात झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को को मनोनीत मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करते हुए शपथ ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया था। हेमंत सोरेन के जेल जाने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और इसी के कारण चंपई सोरेन को झामुमो गठबंधन विधायक दल का नया नेता चुना गया।