लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगीना से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने पेपर लीक के कारण निरस्त की गई यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 की परीक्षा करवाने के लिए पत्र लिखा है। सांसद का कहना है कि मुझे उम्मीद है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बेरोजगारों की पीड़ा और दर्द को समझेंगे।
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 को आपकी सरकार द्वारा सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा के रूप में प्रचारित किया गया था। लेकिन सभी सत्रों के पेपर लीक होने के कारण इस भर्ती परीक्षा को 24 फरवरी 2024 को निरस्त कर दिया गया था। उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा, आपने कहा था कि 6 महीने में इस परीक्षा को करा लिया जाएगा। अब 6 महीने पूरे होने को हैं और सरकार सो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 48 लाख अभ्यर्थियों और उनके गरीब परिवारों को इस भर्ती के पूरा होने का बेसब्री से इंतजार है। इनमें से 60 हजार अभ्यार्थी बेरोजगारी के दंश से आजाद हो जाएंगे। अगर इस परीक्षा को जल्द ही संपन्न नहीं कराया गया तो इससे ऐसा लगेगा कि चुनावी फायदे के लिए इस भर्ती को लाया गया था। 48 लाख अभ्यर्थियों और उनके परिवारों के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश के साथ धोखा होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बेरोजगारों की पीड़ा व दर्द को समझेंगे और जल्द ही भर्ती प्रक्रिया को संपन्न कराएंगे।
बता दें, यूपी पुलिस सिपाही पद पर कुल 60,244 रिक्तियों को भरने के लिए 17 और 18 फरवरी को प्रदेशभर में परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवार उपस्थित हुए थे। फिर पेपर लीक और गड़बड़ियों की खबरों के बीच परीक्षा को सीएम योगी ने रद्द कर दिया था। 24 फरवरी को एक आदेश जारी कर उन्होंने कहा था कि अगले 6 महीनों में परीक्षा संपन्न करा दी जाएगी।