देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा प्रबंधन को अधिक बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। पौराणिक और पारंपरिक रूट के साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग से जुड़े जिले पौड़ी के कोटद्वार को भी इससे जोड़ने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को कुछ नए मार्ग चिन्हित करने और पुराने मार्गों को चौड़ा करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में तीर्थाटन के साथ-साथ पर्यटन भी बढ़े और दोनों एक दूसरे के कारण प्रभावित न हों, यही फोकस किया गया है। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। ‘ऑल वेदर रोड’ के निर्माण के बाद चारधाम की यात्रा अधिक सुगम और सुरक्षित हुई है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि चारधाम यात्रा बहुत व्यवस्थित तरीके से चले। आने वाले लोग अच्छा संदेश लेकर जाएं, अच्छा अनुभव लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि अच्छी ब्रांडिंग हो और उस ब्रांडिंग के साथ यात्रा का व्यापक प्रचार-प्रसार भी हो, यात्रियों की संख्या भी बढ़े, उनको परेशानी न हो, उसके लिए काम किया जा रहा है।
विकास नगर से जो हमारी यात्रा चलती है, डामटा से आगे की जो सड़क है, उस सड़क के चौड़ीकरण के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अनुरोध किया जाएगा। इस वर्ष यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही है। यमुनोत्री धाम की जो कैपेसिटी है, वो कैपेसिटी बढ़े, उसके विकल्पों पर भी काम चल रहा है। आने वाले समय में पौड़ी भी यात्रा का एक डेस्टिनेशन बने। उसके लिए भी हम काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारे केदारनाथ का, यमुनोत्री का और हेमकुंड साहिब का जो रोपवे है, उसके निर्माण कार्य की प्रगति हो, उन सब पर निर्देश दिए हैं।
सभी अधिकारियों को इन कामों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए लक्ष्य भी निर्धारित किया है। हम यात्रा प्राधिकरण बना रहे हैं। यात्रा प्राधिकरण भी इस पर बहुत गहनता से काम कर रहा है। सभी से बातचीत की जाएगी और सभी से विचार भी लिया जाएगा। उसके बाद उसे धरातल पर उतारा जाएगा।