मुंबई। सियासी गलियारों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का बड़ा ओबीसी चेहरा और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल के उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) में शामिल होने की चर्चा इन दिनों जोरशोर से चल रही है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने साफ किया है कि इस बारे में कोई बातचीत नहीं हो रही है और भुजबल का “अब शिवसेना से कोई रिश्ता नहीं है”। पिछले कुछ दिनों से ऐसी चर्चा थी कि छगन भुजबल अजित पवार से नाराज चल रहे हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वह अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को राज्यसभा उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर नाराज हैं। भुजबल राज्यसभा सीट के लिए प्रयास कर रहे थे। उनकी सियासी दिलचस्पी राज्यसभा का सदस्य बनकर केंद्र सरकार में मंत्री बनने में थी। इन्हीं चर्चाओं के बीच छगन भुजबल की शिवसेना (यूबीटी) के एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात की खबर है। इस बाबत जब शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पूछा गया तो उन्होंने बेहद सधे हुए अंदाज में कहा कि छगन भुजबल कभी शिवसेना में थे, फिर कांग्रेस में रहे और अब अजित पवार गुट की एनसीपी में हैं।
अब उनका शिवसेना से कोई रिश्ता नहीं है। हमारे बीच कोई चर्चा नहीं। हम गलत माहौल नहीं बनाना चाहते। दिल्ली में महाराष्ट्र भाजपा कोर कमेटी की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें करने दीजिए। यह उनकी पार्टी का मामला है। वे डबल इंजन थे फिर ट्रिपल इंजन हुए, फिर उन्होंने राज ठाकरे से एक और इंजन जोड़वाया। उन्हें वोट का गणित करने दीजिए। उनके कई ऑडिटर हैं। हम हर कीमत पर विधानसभा चुनाव जीतने जा रहे हैं।
उन्हें अपनी सरकार में और अधिक इंजन जोड़ने दीजिए, जनता सही समय पर माकूल जवाब देना जानती है। लोकसभा स्पीकर पद के चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, “मैं क्या कह सकता हूं? अगर हमें स्पीकर पद के लिए प्रस्ताव मिलता है तो ‘इंडिया’ ब्लॉक एक साथ बैठकर चर्चा करेगा। हमारे नेता चर्चा करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने साफ कहा है कि हम चुप नहीं बैठेंगे, केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। जब मौका मिलेगा हम मोदी सरकार को गिरा देंगे।