प्रयागराज -उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने का कारण बने प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में आज सुबह पुलिस को एक और सफलता मिली है। पुलिस ने इस काण्ड में शामिल पहले शूटर को मार गिराया है। इससे पहले पुलिस ने एक ड्राइवर को भी मुठभेड़ में मार गिराया था जबकि अतीक के दोनों बेटों समेत बाकी 10 शूटर फरार है।
पुलिस ने एक शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराया है, उस पर ₹50000 का इनाम था। इससे पहले हत्या में शामिल अरबाज को सोमवार को एनकाउंटर में मार गिराया गया था । शूटरों ने जिस क्रेटा गाड़ी से उमेश पाल पर हमला किया था, वह गाड़ी अरबाज ही चला रहा था।
पूर्व सांसद व कुख्यात माफिया अतीक अहमद के मामले में गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल के साथ ही उनके दो सुरक्षाकर्मी भी बदमाशों की गोली का शिकार बने थे ,जिसके बाद से यूपी पुलिस इस घटना में शामिल अपराधियों के पीछे लगी हुई थी।
अभी तक पुलिस एक एनकाउंटर कर चुकी थी लेकिन 10 दिन में कोई भी शूटर इस मामले में पुलिस के हाथ नहीं चढ़ा था। पुलिस ने कल ही पांच आरोपियों पर ढाई ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया था, जिसमें अतीक अहमद का बेटा अनस भी शामिल है।
आज सुबह प्रयागराज के कौंधियारा इलाके में पुलिस की मुठभेड़ हुई जिसमें ₹50000 का विजय उर्फ उस्मान मारा गया है। पुलिस का कहना है कि यह मुठभेड़ में शामिल था और इसी ने ही उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी। घटना के समय यही पड़ौस की एक दुकान पर खड़ा था और खरीदारी करने का ड्रामा कर रहा था और उमेश पाल की गाडी आते ही सबसे पहले इसी ने गोली चलाई थी।
पुलिस का दावा है कि बाकी अपराधियों की तलाश की जा रही है, उनमें से कई लोग देश छोड़कर जा चुके हैं, पुलिस इस मामले में छोटा राजन की भूमिका की भी जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इस कांड के पीछे छोटा राजन गैंग का भी हाथ है। इस कांड को कराने में छोटा राजन के गुर्गों ने भी अतीक अहमद की मदद की है। पुलिस मामले में मुख्तार अंसारी की भूमिका भी मान रही है।