गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखानाथ मंदिर में लगे जनता दर्शन कार्यक्रम में गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के प्रति गंभीर दिखे। उन्होंने उपचार में आर्थिक सहायता के लिए आये प्रार्थना पत्रों को शीघ्र शासन में भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा है कि गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों का इलाज अच्छे अस्पतालों में कराया जाएगा। मरीज की कमजोर आर्थिक स्थिति बाधा नहीं बनेगी।
सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याएं सुनीं। निराकरण का भरोसा दिया। इस दौरान अपनी समस्या बताने वालों में बड़ी संख्या में लोग गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। एक महिला ने लखनऊ के एक अस्पताल में अपने परिजन के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार की। महिला द्वारा बताया गया अस्पताल संभवतः इलाज सहायता प्राप्त करने को अर्हता नहीं रखता है। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि मरीज को एसजीपीजीआई या केजीएमयू में भर्ती कराएं। सीएम ने महिला से आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा। महिला ने बताया कि नहीं है। मुख्यमंत्री ने उसे आश्वस्त किया कि आप बिना चिंता उपचार कराइए, पैसा हम देंगे। इलाज में मदद के लिए आपको जिलाधिकारी साहब के यहां से फोन जाएगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी लोगों के प्रार्थना पत्रों को प्रशासन व पुलिस अफसरों को हस्तगत करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं पर संवेदनशीलता से ध्यान दें। संतुष्टिपरक त्वरित समाधान कराएं। कुछ लोग गोरखपुर मंडल के बाहर के जिलों से भी आए थे। मुरादाबाद से आए एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि आपके घर पहुंचने के साथ ही समस्या के निदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी होगी। जनता दर्शन में अपने परिजनों के साथ आये बच्चों को भी मुख्यमंत्री ने हर बार की तरह खूब दुलारा। उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और चॉकलेट के साथ खूब पढ़ने, आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।